कानपुर - नाबालिग पुत्री काे बेच कर प्रेमी संग भागी कलयुगी मां
कानपुर 26 जुलाई 2017 (सूरज वर्मा). पति के मरने के बाद एक पत्नी अपने 6 बच्चों में चार बच्चों को लेकर दूसरे के साथ भाग गयी। यही नहीं उसने एक बच्ची को बेच दिया, जबकि अपने दो नाबालिग बच्चों को छोड गयी। दो दिनों से नाबालिग पुत्र और पुत्री बंद कमरे के बाहर पडे हैं। इलाकाई लोगोंं द्वारा बच्चों के खाने पीने आदि का ध्यान दिया जा रहा है। थानाध्यक्ष कर्नलगंज द्वारा कमरे का ताला तोड कर बच्चों को रखने के लिए कहा गया है।
जानकारी के अनुसार 96/4 चुन्नीगंज थाना कर्नलगंज की रहने वाली 15 वर्षीय कोमल दीक्षित पुत्री स्व0 राजेश दीक्षित ने बताया कि वो सभी 6 भाई बहन अपने माता-पिता के साथ रहते थे। वह चार बहने और दो भाई हैं। उसने बताया कि उनके पिता की मृत्यु 2015 में हुई थी, जिसके बाद उनकी मां निशा दीक्षित नौकरी करने के नाम से घर से निकल जाती थी। कुछ दिनों बाद घर पर कुछ लोग आकर उसकी मां से मिलने लगे जिन्हें वह नहीं जानती थी और यह सिलसिला रोज चलता रहा। जब वह लोग घर आते थे तो उनकी मां उसे व अन्य भाई-बहनों को घर से बाहर कर देती थी और लोगों के जाने के बाद घर बुला लेती थी। जब भाई बहन इस सम्बन्ध में पूछते थे तो मारती थी। उसने कई बार मां से पूछा तो उसे बुरी तरह मारा गया।
बच्ची कोमल ने बताया कि इसके बाद राज रात को घर से गायब रहने लगी। एक दिन उनकी मां उसकी बहन भूमि, सलोनी और भाई सत्यम को लेकर गयी और और चार-पांच दिन बाद वापस आई तथा बताया कि उन्होंने तनु खान से शादी कर ली है और चली गयी, जिसकी कोई जानकारी कोमल व उसके भाई को नहीं है। जब बच्ची ने अपने ताऊ सुनील दीक्षित से सारी बात बताई तो उन्होंने मां निशा और भाई बहनों को तलाशने की कोशिश की। उसकी एक छोटी बहन मुस्कान को उसकी मां ने चमनगंज में किसी रेशमा को बेच दिया है जो वहां घरेलू काम करती है और उसकी उम्र 11 वर्ष है।
बच्ची ने बताया कि अब केवल वह और उसका भाई साथ है। मां ने घर पर ताला लगा दिया जिससे वह घर में भी नही जा सकते हैं। लोगों ने बताया कि इस सम्बन्ध में थानाध्यक्ष कर्नलगंज ने ताला तोड बच्चों को कमरे में रखने के लिए कहा है। फिलहाल बच्चों के खाने पीने व देख-रेख का काम क्षेत्रीय लोग कर रहे हैं। कोमल ने एसएसपी को भी प्राथर्नापत्र देकर कहा कि उसकी बहन जिसे रेश्मा के यहां बेचा गया वह बहुत छोटी है उसे छुडाया जाये तथा मां के बारे में भी पता लगाय जाये। साथ ही मां से छुटकारा दिलाते हुए उनकी कानूनी कार्यवाही की जाये। अब इन बच्चों का भविष्य फिलहाल अंधेरे में है और इनके सामने कोई भी रास्ता नहीं खुला है।