शिक्षा अधिकारियों की छापामारी से फर्जी विद्यालयों के संचालकों में हडकम्प
अल्हागंज 31 जुलाई 2017. जिले में शिक्षा अधिकारियों के द्वारा की जा रही छापे मारी से क्षेत्र में चल रहे फर्जी विद्यालयों के संचालकों में हडकम्प है। वही छात्र छात्राओं के भविष्य को लेकर अभिभावकों में भी चिन्ता व्याप्त है। कई वर्षो से चल रहे इस प्रकार के विद्यालयों का भविष्य अंधकारमय होने की वजह से संचालक और अभिभावक दोनों परेशान हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार क्षेत्र के गांव साहबगंज, हुल्लापुर, रघुनाथपुर, नगलाहलू, इस्लामगंज, चिलौआ, भरथौली, समापुर, रामनगर, चौरसिया के साथ ही नगर अल्हागंज में करीब आधा दर्जन विद्यालय फर्जी चल रहे हैं। अधिकांश विद्यालयों के छात्र छात्रायें सरकारी विद्यालयों में रजिस्टर हैं। लेकिन उनसे अंग्रेज़ी शिक्षा के नाम पर मोटी फीस वसूल की जाती है। कुछ विद्यालय ऐसे हैं। जिनके पास कक्षा पाँच की मान्यता है। लेकिन वहाँ कक्षा आठ व दस के छात्र छात्राओं को पढाया जाता है। इनका पंजीकरण निजी इण्टर कालेजों में कराया गया है। कई स्कूलों की मान्यता हिन्दी मीडियम की है। लेकिन अंग्रेजी मीडियम के बोर्ड लगा रख्खे हैं। वहाँ दिल्ली विद्यालयों की तर्ज पर अंग्रेजी पाठ्यक्रम की पुस्तकें चलाई जाती हैं। जिन्हें अप्रशिक्षित तथा कम पढे लिखे शिक्षकों के भी समझ में नहीं आता है। इस प्रकार शिक्षकों के अधकचरे ज्ञान से बच्चों का भविष्य चौपट हो रहा है। कई वर्षो से चल रहे इस प्रकार के विद्यालयों का भविष्य अंधकार होने की वजह से संचालक और अभिभावक दोनों परेशान हैं।
दूसरी तरफ़ सहायक शिक्षा अधिकारी आई.पी सिंह का कहना है कि फर्जी विद्यालयों को सूची बद्ध किया जा रहा है। बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने की इजाज़त किसी भी विद्यालय के संचालकों को नहीं दी जा सकती। वैसे पूर्व में NPRC की तरफ से कई बार नोटिस भी जारी किये जा चुके है। लेकिन इनकी अब कोई भी जुगाड़ कामयाब नहीं होगी एैसा प्रतीत हो रहा है।