पिछले 40 सालों से हो रही है पचनद सागर बांध का निर्माण कराये जाने की मांग
जालौन 02 अगस्त 2017 (महेश दीक्षित). पचनद सागर बांध का कार्य सन् 1975-76 से चल रहा है परन्तु आज तक कार्य
प्रारम्भ नहीं हो सका है। जब भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी, तब माननीया जल
संसाधन मंत्री सुश्री उमा भारती ने इसका इटावा से अवलोकन करके फाइलों आदि का अवलोकन किया। परन्तु बाद में इसको पुन: ठंडे बस्ते में डाल दिया।
सबसे बडी समस्या यह है
कि बीजलपुर घाट जो बहुत पुराना घाट है वह भी पचनद सागर की भेंट चढ गया है। यह
घाट जालौन औरैया सीमा को जोड़ता ही है साथ ही साथ कन्नौज जनपद और मैनपुरी
जनपद को भी जोडता है। नाव दुर्घटना में बीजलपुर घाट पर कई लोगों के जल समाधि लेने के कारण यह घाट
बन्द है। जब लोगों ने मांग की तो सपा सरकार ने कहा कि अभी पुल
नही बन सकता है, यहॉ अभी स्टीमर चला देते हैं और गर्मियों में पीपों का पुल बनवा देंगे।
परन्तु सरकारी वादों का तो कहना ही क्या, अस्थायी पुल
मात्र 1 वर्ष बना। यमुना नदी
जालौन जनपद की सीमा पर जालौन देवी नाम का शक्ति पीठ है। लाखों की संख्या में
लोग दर्शन करने आते हैं। जिसमें औरैया और जालौन दोनों जिले को धन लाभ होता है। जनहित में क्षेत्रीय लोगों द्वारा उ0प्र0 सरकार व केन्द्र सरकार से मांग की गयी है कि बुन्देलखण्ड की खुशहाली को लाने के लिये पचनद सागर बांध का निर्माण कार्य
शीघ्र प्रारम्भ करवाया जाये एवं बीजलपुर औरैया घाट को चालू करवाने की व्यवस्था की
जाये।