आरटीओ की मेहरबानी से शाहजहांपुर में चल रही हैं डग्गामार प्राईवेट बसें
शाहजहाँपुर 11 सितम्बर 2017 (अमित बाजपेयी). आरटीओ और पुलिस के संरक्षण तले अल्हागंज-दिल्ली मार्ग पर करीब दर्जन डग्गामार प्राईवेट बसें बगैर परमिट के धडल्ले से चल रही हैं। इसकी वजह से परिवहन निगम को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड रहा है। आर.टी.ओ मनोज कुमार ने खुलासा टीवी को बताया कि डग्गामार प्राईवेट बसों की जानकारी उनके संज्ञान में नहीं है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार डग्गामार प्राईवेट बसें हरदोई मार्ग से होते हुए अल्हागंज से दिल्ली तक जाती हैं। वर्तमान मे आठ बसें इस रुट से होते हुए जलालाबाद के कोलामोंढ, मिर्जापुर, कलान होते हुए दिल्ली के लिए निकल जाती हैं। अधिकांश बसों पर टूरिस्ट कोच का बोर्ड लगा होता है। किसी बस चालक के पास दिल्ली यात्रा का वैध परमिट भी नहीं है। इन बसों में रोडवेज की अपेक्षा काफी कम किराया होने की वजह से यात्री गण इन डग्गामार बसों में यात्रा करते हैं।
इन बसों में यात्रियों को ऊपरी बर्थ से लेकर फर्श तक ठूँस ठूँसकर भरा जाता है। कंडेक्टर से विरोध करने पर जनता को कम किराया होने की फटकार सहनी पडती है। सूत्रों के अनुसार प्रत्येक पुलिस चौकी पर इनके कर्मचारी प्रतिमाह निश्चित सुविधा शुल्क देते हैं। आरटीओ का भी इनको संरक्षण मिला हुआ है। जिसके चलते प्राईवेट डग्गामार बसें दिल्ली तक का सफर आसानी से तय कर लेती हैं। अल्हागंज रोडवेज स्टेशन के सामने से बसों के हेल्पर आवाज़ लगा कर सुबह शाम सवारियां भरते रहते हैं। लेकिन आरटीओ या उनका कोई भी कर्मचारी चेक करने कभी नहीं आते हैं।
आरटीओ मनोज कुमार बोले -
अल्हागंज से दिल्ली मार्ग पर चलने वाली डग्गामार प्राईवेट बसों की जानकारी उनके संज्ञान में नहीं है। साथ ही उनके पास स्टाफ की भी कमी है। शाम के पाँच बजे के बाद चेकिंग के लिए पुलिस सपोर्ट की आवश्यकता होती है, जो उनको नहीं मिल पा रही है। फिर भी इन बसों को चैक करने का प्रयास किया जाऐगा। और कार्यवाही भी की जाऐगी।
अल्हागंज से दिल्ली मार्ग पर चलने वाली डग्गामार प्राईवेट बसों की जानकारी उनके संज्ञान में नहीं है। साथ ही उनके पास स्टाफ की भी कमी है। शाम के पाँच बजे के बाद चेकिंग के लिए पुलिस सपोर्ट की आवश्यकता होती है, जो उनको नहीं मिल पा रही है। फिर भी इन बसों को चैक करने का प्रयास किया जाऐगा। और कार्यवाही भी की जाऐगी।