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कानपुर - बिजली कर्मचारियों और अभियंताओं ने फूलबाग गांधी प्रतिमा पर किया सत्याग्रह

कानपुर 12 सितम्बर 2017 (महेश प्रताप सिंह). पनकी पावर हाउस एवं केस्को के बिजली कर्मचारियों ने परियोजना विस्तार 1 × 660 मेगावाट के स्थापना में हो रहे विलम्ब के विरोध में पनकी बचाओ संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले सोमवार को फूलबाग गांधी प्रतिमा पर सत्याग्रह किया गया। संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि सरकार निजी पावर हाउसों से मंहगे दर पर बिजली खरीद रही है।


बताते चलें कि पनकी विस्तार 1 × 660 मेगावाट परियोजना को वन एवं पर्यावरण मंत्रालय द्वारा अनापत्ति प्रमाण जारी होने के बावजूद प्रबंधन द्वारा नयी इकाई को लगाने के लिए कोई सार्थक कार्यवाही नहीं की गई और न ही उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड प्रबंधन द्वारा भी पावर पर्चेज एग्रीमेंट नहीं किया जा रहा है। इससे साफ जाहिर होता है कि प्रबंधन नयी इकाई को लगाने के लिए बिलकुल इच्छुक नहीं है। संर्घष समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि उच्च प्रबंधन द्वारा निजी पावर हाउसों से मंहगे दर पर बिजली खरीद रही हैं। और सरकारी क्षेत्र के अन्तर्गत आनेवाले पावर हाउसों को बन्द करने का प्रयास कर रही हैं।

प्रदेश की जनता को सस्ती बिजली मिले इसके लिए समिति ने माँग की है कि पनकी पावर हाउस की नयी इकाई 1×660 मेगावाट से उत्पन्न होने वाली बिजली का पावर पर्चेज एग्रीमेंट का इकाई कार्य जल्द शुरू किया जाये। जिससे कानपुर और आसपास के क्षेत्र में रह रहे नागरिकों को सस्ती बिजली मिल सके। सभा में भगवान मिश्रा, प्रवीण तिवारी, अश्वनी चतुर्वेदी, अरविन्द त्रिपाठी, नवीन चावला, आशीष यादव, कुलभूषण वर्मा, विजय त्रिपाठी, तरूण शर्मा, विष्‍नू पाण्डेय, विनय सैनी, पवन अवस्थी, एस सी अग्रवाल, राम लगन मौर्य, सेवा शंकर दुबे, सतीश तिवारी, अजीत, राम अवतार, राधेश्याम त्रिवेदी, पंकज श्रीवास्तव, मो. इकबाल, एस पी सिंह, अजय दिवेदी आदि अन्य लोग उपस्थित रहे।