जिला सूचना विभाग पर अभी भी चढा है सपा सरकार का हैंगओवर
कानपुर 14 सितम्बर 2017. राष्ट्रवादी विचारधारा के अखबारों की धारदार खबरों के नाराज हो कर स्थानीय सूचना विभाग इन दिनों पत्रकारों के कार्यो में हर सम्भव बाधा उत्पन्न करने के सारे प्रयास कर रहा है। पत्रकारों का यह भी कहना है कि शायद जिला सूचना विभाग पर से सपा सरकार का हैंगओवर अभी उतरा नहीं है।
सूचना विभाग के कर्मचारी अपने चहेते पत्रकारों को तो बगैर मानक के पास जारी कर देते हैं पर बाकी संवाददाताओं एवं छायाकारों को विभिन्न कार्यक्रमों में कवरेज करने से रोकने हेतु मनमाने नियमों एवं प्रतिबन्धों की आड में पास जारी करने में आनाकानी करते हैं और सभी अखबारों पर दबाव बनाते हैं कि पहले वो अपने अखबार को सूचीबद्ध कराये विज्ञापन की सरकारी मान्यता प्राप्त करे और इस प्रक्रिया में कर्मचारियों को सुविधा शुल्क दें तब ही उनके संवाददाताओं को पत्रकार माना जायेगा और ‘पास’ जारी किया जायेगा। एैसा न करने वालों को फर्जी पत्रकार बताते हुये सरेआम अपमानित किया जाता है।
बताते चलें कि आगामी 15 सितम्बर 2017 को महामहिम राष्ट्रपति जी के कानपुर आगमन के अवसर पर कवरेज की अनुमति प्राप्त करने हेतु कई अखबारों के संवाददाता एवं छायाकार आवेदन पत्र ले कर जिला सूचना कार्यालय गये थे। परन्तु वहां कार्यरत राम जी एवं 2 अन्य व्यक्तियों ने पास देने से इन्कार करते हुये उनके अखबारों को फर्जी बताया और सबकी सार्वजनिक रूप से मानहानि कारित की तथा अनेक अन्य अपशब्दों का इस्तेमाल करते हुये पास देने से मना कर दिया। मीडिया की आवाज दबाने के इस कुत्सित षडयंत्र का अन्त करने हेतु कई संवाददाताओं ने जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत दर्ज करवाई है। विदित हो कि कानपुर में होने वाले हर विशेष कार्यक्रम में जिला सूचना कार्यालय इसी प्रकार की हरकतें करता है। पीडित पत्रकारों की माने तो यह सारा नाटक केवल सुविधा शुल्क वसूल करने के लिये किया जाता है।