कानपुर - कोयले और तेल के लिए पावर हाउस कर्मिकों ने माँगी भीख
कानपुर 27 सितम्बर 2017 (महेश प्रताप सिंह). पनकी पावर हाउस के कर्मिकों ने चालू इकाई को बंद करने और नई इकाई 1×660 मेगावाट को न लगाये जाने के विरोध में आज यहां धरना-प्रदर्शन किया। कर्मियों का कहना था कि पनकी की प्रस्तावित 660 मेगावाट यूनिट की स्थापना जल्द करायी जाये, तथा पनकी
की दोनों इकाइयों को तब तक चलाया जाये जब तक नयी यूनिट का कार्य शुरू ना हो
जाये।
पनकी बचाओ संयुक्त संघर्ष समिति के अध्यक्ष विनय सैनी ने बताया कि पूर्व में निदेशक मंडल की बैठक में लिए गये निर्णय के अनुसार परियोजना की इकाइयों को चरणबद्ध तरीके से सितम्बर 2018 तक चलाये रखने का निर्णय लिया था। किन्तु प्रबंधन द्वारा अचानक 30 सितम्बर 2017 से दोनों चालू इकाइयों को बंद करने का आदेश पारित कर दिया। जिसके विरोध में विनय सैनी ने परियोजना को चलाने के लिए कोयले तथा तेल की आपूर्ति के लिये परियोजना परिसर के गेट पर हाथ में कटोरा लेकर भीख मांगी।
उनके साथ परियोजना की बंदी से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित होने वाले मजदूर, संविदा कर्मी, ठेकेदार उनकी गृहणियां और बच्चों ने भीख मांग कर परियोजना की इकाइयों को चलाने के लिए धन एकत्र किया तथा परियोजना गेट नंबर 2 पर जाकर ऊर्जा मंत्री को वह धन उनकी आरती व शंखनाद करके कोयले और तेल की आपूर्ति हेतु भेंट किया। साथ ही निवेदन किया कि पनकी की प्रस्तावित 660 मेगावाट की स्थापना जल्द करायी जाये। तथा पनकी की दोनों इकाइयों को तब तक चलाया जाय जब तक नयी यूनिट का कार्य शुरू ना हो जाये। इस मौके पर प्रवीण तिवारी,सतीश तिवारी, नवीन चावला, अरविन्द त्रिपाठी, कुलभूषण वर्मा, रागवेन्द्र सक्सेना, रामबली, राम लगन मौर्या, पवन अवस्थी, राजन शुक्ला, विनय द्विवेदी, अजय मिश्रा आदि सभी संगठनों के पदाधिकारी मौजूद रहे।
पनकी बचाओ संयुक्त संघर्ष समिति के अध्यक्ष विनय सैनी ने बताया कि पूर्व में निदेशक मंडल की बैठक में लिए गये निर्णय के अनुसार परियोजना की इकाइयों को चरणबद्ध तरीके से सितम्बर 2018 तक चलाये रखने का निर्णय लिया था। किन्तु प्रबंधन द्वारा अचानक 30 सितम्बर 2017 से दोनों चालू इकाइयों को बंद करने का आदेश पारित कर दिया। जिसके विरोध में विनय सैनी ने परियोजना को चलाने के लिए कोयले तथा तेल की आपूर्ति के लिये परियोजना परिसर के गेट पर हाथ में कटोरा लेकर भीख मांगी।
उनके साथ परियोजना की बंदी से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित होने वाले मजदूर, संविदा कर्मी, ठेकेदार उनकी गृहणियां और बच्चों ने भीख मांग कर परियोजना की इकाइयों को चलाने के लिए धन एकत्र किया तथा परियोजना गेट नंबर 2 पर जाकर ऊर्जा मंत्री को वह धन उनकी आरती व शंखनाद करके कोयले और तेल की आपूर्ति हेतु भेंट किया। साथ ही निवेदन किया कि पनकी की प्रस्तावित 660 मेगावाट की स्थापना जल्द करायी जाये। तथा पनकी की दोनों इकाइयों को तब तक चलाया जाय जब तक नयी यूनिट का कार्य शुरू ना हो जाये। इस मौके पर प्रवीण तिवारी,सतीश तिवारी, नवीन चावला, अरविन्द त्रिपाठी, कुलभूषण वर्मा, रागवेन्द्र सक्सेना, रामबली, राम लगन मौर्या, पवन अवस्थी, राजन शुक्ला, विनय द्विवेदी, अजय मिश्रा आदि सभी संगठनों के पदाधिकारी मौजूद रहे।