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हम बदल रहे हैं युग बदल रहा है, हम सुधर रहे हैं युग सुधर रहा है

शाहजहाँपुर 26 Oct 2017 (अमित वाजपेयी/अनिल मिश्रा). शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान और गायत्री शक्तिपीठ गौहरपुरा के संयोजन में 23 अक्टूबर से चल रहा 108 कुंडीय श्रद्धा संवर्धन गायत्री महायज्ञ आज पूर्णाहुति के साथ सम्पन्न हो गया। यज्ञ के अंतिम दिन हजारों की संख्या में दूर दराज क्षेत्रों से आए साधकों ने यज्ञ पूजन किया। 


इस बीच पिछले दिवस समय की कमी के कारण शेष 200 से अधिक यज्ञोपवीत के साथ दीक्षा संस्कार सम्पन्न कराये गए। अंत में शांतिकुंज से आई टोली को भावभीनी विदाई दी गई। इससे पूर्व उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित करते हुये शांतिकुंज हरिद्वार की टोली में आए गणेश चाँदवंशी ने कहा कि हम पहले कहते थे कि हम सुधरेंगे युग सुधरेगा, हम बदलेंगे युग बदलेगा। पर आज गायत्री माँ के आशीर्वाद से युग परिवर्तित हो रहा है। अब हम बदल रहे हैं युग बदल रहा है, हम सुधर रहे हैं युग सुधर रहा है। उन्होंने कहा कि हम सभी को यज्ञ के प्रसाद के रूप में अपने घर में युग ऋषी के विचारों को ले जाना चाहिये।  नव युग निर्माण में युगऋषी के विचारों की महत्ता है और इसके लिए हर घर में अखंड ज्योति और युग निर्माण योजना पत्रिका संवाहक का काम करती है। इसके लिए हर शक्ति पीठ पर 25 लोगों की टीम बने जो अखंड ज्योति को सप्ताह में किसी एक के घर पर जाकर उसका वाचन करे । इससे महाकाल के विचार घर घर पहुचेंगे।

साधकों को सम्बोधित करते हुये टोली नायक परमानंद जी ने  कहा  कि परम पूजनीय गुरुदेव पंडित श्री राम शर्मा आचार्य की प्रखरता और और माता भगवती देवी की सजलता दोनों ही जीवन के लिय आवश्यक है। पर प्रखरता और सजलता दोनों का सामंजस्य बहुत जरूरी है, तभी जीवन सुखमय और शांतिमय बन सकता है। उन्होंने गायत्री परिवार के कार्यकर्ताओं का आवाहन किया कि हम सबका सबसे बड़ा कर्तव्य यह है कि महाकाल के विचार घर घर तक पहुंचे। इसके लिए उनका साहित्य और अखंड ज्योति और युग निर्माण योजना को लोगों के हाथों तक पहुंचाया जाये। इसके लिए सभी कार्यकर्ता योजनाबद्ध ढंग से कार्य करें। सहयोगी टीम में गायक शंभू पांडे, तबला वादक मंजीत गोहे ने सदगीत के साथ संगीतमय मंत्रोचारण किया।  पूजन में मुख्य वेदी पर नरेंद्र यादव, राजीव  गुप्ता, डॉ. विनोद पवार, अमित त्यागी और मधु मिश्र ने पूजन किया। तदोपरांत देव आवाहन के बाद हवन सम्पन्न हुया । हवन के बाद गायत्री माँ  की संगीतमय आरती टोली सदस्यों ने गायी तो उपस्थित जनसमूह ने तालियों की करतल ध्वनि के साथ लयबद्ध होकर आरती गायी। 

तत्पश्चात हवन में सम्मलित लोगों ने यज्ञ शाला की परिक्रमा की और अंत में प्रसाद ग्रहण किया। अंत में युवा मण्डल संरक्षक अवधेश सिंह ने सभी कार्यकर्ताओं का आभार और टोली को विदाई दी। महिला मण्डल की सदस्यों ने पुष्प वर्षा कर टोली को विदाई दी।  यज्ञ में चौड़ेरा, इमलिया, बरीखास, पिपरिया, मधवा मई और नगर क्षेत्र के सदस्यों का खासा सहयोग रहा। आज भी हरदोई, फरुखाबाद, लखीमपुर, बरेली, बदायूं, सीतापुर, पीलीभीत, कानपुर आदि जनपदों से आए गायत्री परिजनों के साथ जनपद के सुदूर इलाकों से आए हजारों लोगों ने भाग लिया। 

यज्ञ शाला में शक्ति पीठ की ओर से लगाए गए सत्साहित्य स्टाल, आगंतुक स्टाल, युवामंडल संस्कार शाला की झलकियां दिखाता हुया स्टाल आदि पर रंजीत वर्मा, सूरज, मंजू, शिवानी शशि खरे, राजेन्द्र सिंह, रामनिवास त्रिवेदी, प्रमोद गुप्ता, जगवीर सिंह, महिपाल सिंह, हवलदार, ऋतुराज, शिवकुमार आदि मौजूद रहे। नरेंद्र कुमार सिंह, झांझनलाल गंगवार, अवधेश कुमार सिंह अनुदान काउंटर पर मौजूद रहे। युवा मण्डल की ओर से शिवम, अभय, सरिता सविता, दीपांजली, मंजू, अतिन भानु प्रताप सिंह, अजय वर्मा, अनिल, पंकज गुप्ता ,मुस्कान ,पल्लवी ,गीता ,रचना,ममता ,स्नेहलता ,जितेंद्र , प्रशांत ,उत्तम ,गौरव ,विवेक नितिन कोमल  सोनिया आदि ने व्यवस्थाए देखी।