बेटियों को बोझ न समझें, उन्हें आगे बढ़ने दें - 'द डाटर ऑफ न्यू इंडिया' कार्यशाला का आयोजन
रायपुर 09 अक्टूबर 2017 (रवि अग्रवाल). जिला प्रशासन एवं महिला बाल विकास के संयुक्त तत्वाधान में जिले में 9 से 14 अक्टूबर तक बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ सप्ताह के तहत 'द डाटर ऑफ न्यू इंडिया' कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में प्रथम दिवस पालीटेक्निक ऑडिटोरियम के सभाकक्ष में महिलाओं के लिए संवेदीकरण विषय पर एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
संसदीय सचिव एवं लैलूंगा विधायक श्रीमती सुनीति सत्यानंद राठिया ने अपने उदबोधन में कहा कि बेटियों को आगे बढ़ने दे, उन्हें बोझ न समझे। जरूरत है तो सही दिशा देने की। उन्होंने कहा कि लोगों में जन-जागरूकता लाने के लिए जिला प्रशासन, जनप्रतिनिधियों एवं जनसामान्य के सहयोग से अनेक कार्यक्रम चलाए जा रहे है। जिसका सार्थक परिणाम देखने को मिला है। लोगों में जागरूकता आयी है और कहीं न कहीं वे इस बात को समझने लगे है कि बेटियां ही दो कुल को आगे बढ़ाती है। इस अवसर पर महिला बाल विकास विभाग द्वारा जन-जागरूकता लाने के लिए बनाई गई 'द डाटर ऑफ न्यू इंडिया' रथ को संसदीय सचिव श्रीमती सुनीति सत्यानंद राठिया एवं महिला बाल विकास विभाग के सचिव डॉ.एम.गीता ने हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।
रायगढ़ विधायक रोशनलाल अग्रवाल ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि शासन के अंतर्गत बेटियों के लिए अनेक योजनाएं संचालित की जा रही है। सुकन्या समृद्धि योजना, सरस्वती सायकल योजना साथ ही 2 एवं 3 किलोमीटर के अंतराल में बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए स्कूल संचालित किए जा रहे है। जिला प्रशासन के द्वारा बेटियों को इंजीनियरिंग एवं मेडिकल के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए नि:शुल्क कोचिंग की सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है।
महिला बाल विकास विभाग की सचिव डॉ.एम.गीता ने महिलाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि बेटियों के लिए 9 से 14 अक्टूर तक विशेष सप्ताह के रूप में मनाया जा रहा है। जिसका नाम 'द डाटर ऑफ न्यू इंडिया' दिया गया है। लोगों को एक कड़ी के रूप में जोड़ने के लिए शासन द्वारा सार्थक प्रयास किया जा रहा है। कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए सभी को अपनी शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि पॉलीटेक्निक कालेज के सामने आयोजित वृहद रोड पेंटिंग के माध्यम से कार्यक्रम का सुंदर शुभारंभ किया गया। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए राष्ट्रीय स्तर पर रायगढ़ जिले को सम्मानित किया गया है। अभियान को निरंतर नई दिशा दी जा रही है। उन्होंने कहा कि बेटियों के जीवन रक्षा एवं उनको आगे लाने के लिए हम सबको सजग होने की जरूरत है।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती चंदन संजय त्रिपाठी ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत किए गए कार्य का प्रतिवेदन वाचन किया। उन्होंने बताया कि जिले में अभियान को सफल बनाने के लिए सार्थक प्रयास किया जा रहा है। विगत 12 अगस्त 2017 को महिलाओं को लिए पहली बार महिला क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। साथ ही 33वें चक्रधर समारोह के अवसर पर अखिल भारतीय महिला कुश्ती प्रतियोगिता एवं जिला स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता आयोजित की गई थी। उन्होंने बताया कि वर्तमान में जिले का लिंगानुपात 918 से बढ़कर 936 हो गया है। वर्ष 2017-18 में 950 तक लाने का लक्ष्य रखा गया है।
कार्यशाला में राज्य महिला आयोग की पूर्व सदस्य शीला तिवारी, एनजीओ संचालिका डॉ.रितु शर्मा, महिला अधिवक्ता खुर्शीदा खान, के.डी.पासवान, रायपुर के एनजीओ संचालक ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर महापौर मधुबाई, रायगढ़ जनपद पंचायत के अध्यक्ष रामकुमार भगत, नगर निगम के सभापति सलीम नियारिया, जिला पंचायत उपाध्यक्ष नरेश पटेल, जिला पंचायत सदस्य पनतराम भगत, जनपद सदस्य हरिशचंद्र राठिया, अपर संचालक महिला बाल विकास पद्मिनी भोय, महिला बाल विकास अधिकारी जे.आर.राठिया, महिला स्व-सहायता समूह की महिलाएं, आंगनबाड़ी पर्यवेक्षक एवं बड़ी संख्या में महिलाएं उपस्थित थी।