पत्रकार नवीन गुप्ता की हत्या के विरोध में आईरा देगी मुख्यमंत्री को ज्ञापन
कानपुर 01 दिसम्बर 2017. कानपुर के बिल्हौर क्षेत्र में दिनदहाड़े एक पत्रकार की बीच बाजार 5 गोलियां मारकर हत्या कर दिये जाने के विरोध में आज आल इण्डियन रिपोर्टर्स एसोसिएशन (आईरा) के सदस्यों की एक आवश्यक बैठक एवं श्रद्धांजली सभा आज गीतानगर कार्यालय कानपुर में आयोजित की गई। आक्रोशित पत्रकारों ने मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की ।
बैठक को सम्बोधित करते हुये आईरा के प्रदेश महासचिव अविनाश श्रीवास्तव ने कहा कि जिस तरह से पिछली सरकार में पत्रकारों की
कलम को दबाने के लिए उनकी हत्याएं की जाती थी। दबंगों ने वहीं रवैया यूपी
की बीजेपी सरकार में भी अपना लिया है। लेकिन अब कलम के सिपाही और जुल्म
बर्दाश्त नहीं करेंगे। दबंग चाहे लाख कोशिशें क्यों ना कर लें लेकिन
पत्रकार की कलम अब ना ही रुकेगी, और ना ही दबेगी।
बैठक में तय किया गया कि कल दिनांक 02 दिसम्बर 2017 को मण्डलायुक्त कानपुर मण्डल के माध्यम से मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन प्रेषित किया जायेगा। ज्ञापन के माध्यम से टीम आईरा की मांग है कि -
1. मामले की निष्पक्ष जांच सीबीआई द्वारा करवाये जाने के आदेश जारी करें।
2. यथाशीघ्र पत्रकारों की सुरक्षा के लिए कड़े क़ानून बनाने की व्यवस्था करवायें जिससे इस तरह की घटनाओं पर अंकुश लग सके और लोकतन्त्र मजबूत हो सके।
3. मुश्किल माहौल में काम करने वाले हम पत्रकारों को न सिर्फ समुचित संरक्षण की जरूरत है, बल्कि हमारे साथ होने वाले किसी अपराध या हादसे की स्थिति में हमारे परिवार वालों की देखरेख के लिए एक नीति तय की जानी चाहिये जिससे हम निर्भय हो कर काम कर सकें ।
4. मृतक पत्रकार के परिजनों को रू 50,00,000 (रूपया पचास लाख) मुआवजे के रूप में प्रदान किया जाये।
5. मृतक पत्रकार नवीन गुप्ता के परिजनों की समुचित सुरक्षा की व्यवस्था करवाई जाये एवं परिजनों में से किसी एक योग्य सदस्य को सरकारी नौकरी प्रदान की जाये जिससे उनके परिवार की आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित हो सके और उनके परिजनों को जीवनयापन हेतु किसी के समक्ष हाथ न फैलाना पडे।
यदि आईरा की मांगे न मानी गईं तो आईरा के पत्रकार सभी सरकारी प्रेस वार्ताओं का बहिष्कार करेंगे और जमीनी लड़ाई हेतु बाध्य होंगे। बैठक में प्रमुख रूप से अर्जुन सिंह, जितेंद्र पांडे, मयंक सैनी, दिग्विजय सिंह, अरुण जोशी, पप्पू यादव, सूरज वर्मा, आशीष त्रिपाठी, शीलू शुक्ला, विशाल तिवारी, अनुज तिवारी, अमित कश्यप, शावेज आलम, पंकज केसरवानी, विशाल शर्मा, विकास श्रीवास्तव, मोहम्मद शीजान, अमित राजपूत, संजीव कुमार, के.सी दीक्षित, विजय कुशवाहा, अभिषेक चौधरी, सुशील निगम, लक्ष्मी शंकर यादव, सर्वेश पाठक, आशीष वर्मा, हिमांशु गुप्ता, अजय श्रीवास्तव, विजय सिंह, संदीप सिंह, जहीर खान, चांद खान, आलोक सिंह जादौन, शिव मंगल शुक्ला, मोहित पांडे, विकास अवस्थी, अविनाश श्रीवास्तव, अब्दुल बारिक, मोहम्मद कासिम वारसी, आनंद बाबा आदि मौजूद रहे।
1. मामले की निष्पक्ष जांच सीबीआई द्वारा करवाये जाने के आदेश जारी करें।
2. यथाशीघ्र पत्रकारों की सुरक्षा के लिए कड़े क़ानून बनाने की व्यवस्था करवायें जिससे इस तरह की घटनाओं पर अंकुश लग सके और लोकतन्त्र मजबूत हो सके।
3. मुश्किल माहौल में काम करने वाले हम पत्रकारों को न सिर्फ समुचित संरक्षण की जरूरत है, बल्कि हमारे साथ होने वाले किसी अपराध या हादसे की स्थिति में हमारे परिवार वालों की देखरेख के लिए एक नीति तय की जानी चाहिये जिससे हम निर्भय हो कर काम कर सकें ।
4. मृतक पत्रकार के परिजनों को रू 50,00,000 (रूपया पचास लाख) मुआवजे के रूप में प्रदान किया जाये।
5. मृतक पत्रकार नवीन गुप्ता के परिजनों की समुचित सुरक्षा की व्यवस्था करवाई जाये एवं परिजनों में से किसी एक योग्य सदस्य को सरकारी नौकरी प्रदान की जाये जिससे उनके परिवार की आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित हो सके और उनके परिजनों को जीवनयापन हेतु किसी के समक्ष हाथ न फैलाना पडे।
यदि आईरा की मांगे न मानी गईं तो आईरा के पत्रकार सभी सरकारी प्रेस वार्ताओं का बहिष्कार करेंगे और जमीनी लड़ाई हेतु बाध्य होंगे। बैठक में प्रमुख रूप से अर्जुन सिंह, जितेंद्र पांडे, मयंक सैनी, दिग्विजय सिंह, अरुण जोशी, पप्पू यादव, सूरज वर्मा, आशीष त्रिपाठी, शीलू शुक्ला, विशाल तिवारी, अनुज तिवारी, अमित कश्यप, शावेज आलम, पंकज केसरवानी, विशाल शर्मा, विकास श्रीवास्तव, मोहम्मद शीजान, अमित राजपूत, संजीव कुमार, के.सी दीक्षित, विजय कुशवाहा, अभिषेक चौधरी, सुशील निगम, लक्ष्मी शंकर यादव, सर्वेश पाठक, आशीष वर्मा, हिमांशु गुप्ता, अजय श्रीवास्तव, विजय सिंह, संदीप सिंह, जहीर खान, चांद खान, आलोक सिंह जादौन, शिव मंगल शुक्ला, मोहित पांडे, विकास अवस्थी, अविनाश श्रीवास्तव, अब्दुल बारिक, मोहम्मद कासिम वारसी, आनंद बाबा आदि मौजूद रहे।