कानपुर - पुलिस दे रही खुली छूट, जितनी मर्जी कर लो लूट
कानपुर 10 जनवरी 2018 (सूरज वर्मा). पुलिस ही अगर गुन्डों को पालने लगे तो पीडित किससे अपनी व्यथा बतायेगा। ताजा मामला अरमापुर थाना क्षेत्र में चल रहे अवैध वाहन स्टैंड का है। यहां एक हिस्ट्रीशीटर खुलेआम वसूली करता है और पुलिस चुपचाप खड़ी तमाशा देखती रहती है।
आवास विकास 3 निवासी पेशे से ड्राइवर श्यामू मिश्रा ने हमारे संवाददाता को बताया कि थाना अर्मापुर के अंतर्गत आने वाले विजय नगर चौराहे पर काफी दिनों से अवैध वाहन स्टैन्ड संचालित हो रहा है और अर्मापुर पुलिस तमाशबीन बनी हुई सारा नजारा देख रही है। विजय नगर के इस अवैध स्टैन्ड से व्यथित सुनील कुमार, सुभाष चन्द्र मिश्रा, दीपक, अशोक तिवारी, आदर्श कटियार, संजय दुबे, हरिओम मिश्रा और महेश श्रीवास आदि कई टाटा मैजिक ड्राइवरों का आरोप है कि इस अवैध स्टैंड का संचालन शहर के नामी अपराधी मनोज वर्मा के द्वारा पुलिस से सेटिंग-गेटिंग के जरिये किया जा रहा है। वाहन चालकों का आरोप है की स्टैंड संचालक सभी वाहन चालकों से संरक्षण के नाम पर प्रति वाहन 250 रुपये प्रतिदिन की अवैध वसूली करता है।
विरोध करने पर उपरोक्त मनोज वर्मा चालकों से गाली-गलौज और मारपीट करता है और खुद पर सत्ता में बैठे बड़े राजनेताओं और थाने का हाथ बताकर चालकों पर रुआब झाड़ता है। ये ड्राइवरों को मारता है और धमकाता है। उसका कहना है कि विजय नगर चौराहे पर यदि सवारी उतारनी है तो पैसे देने पड़ेंगे, नहीं तो गाड़ियां नहीं लगाने दी जायेंगी। अफसोसनाक बात ये है कि स्थानीय थाना अर्मापुर की पुलिस इस गोरखधंधे को सपोर्ट करने में इस हद तक डूबी है कि इसके लिये पत्रकारों पर झूठे मुकदमे तक लिखने को तैयार है।
विदित हो कि उक्त मनोज वर्मा के ऊपर सिकंदरा से 11, अर्मापुर से 13 और अकबरपुर से 1 मुकदमे दर्ज हैं। बडे शर्म की बात है कि एैसे आदतन अपराधी को पुलिस संरक्षण दे रही है। तरफदारी का आलम ये है कि यदि कोई पीडित अपनी शिकायत ले कर थाने जाता है तो पुलिस उल्टा पीडित का ही 151 में चालान कर देती है। पुलिस एवं दबंग के संयुक्त अत्याचार से त्रस्त ड्राइवरों ने एसएसपी कानपुर नगर से मामले की लिखित शिकायत की तो एसएसपी ने नगर आयुक्त को शिकायत करने को कह कर पल्ला झाड लिया। ड्राइवरों ने आज नगर आयुक्त को प्रार्थना पत्र देकर अवैध स्टैन्ड हटवाने का अनुरोध किया है।
बताते चलें की विगत कुछ दिनों पहले पूर्व डीआईजी/एसएसपी सोनिया सिंह ने अवैध रूप से चल रहे इस वाहन स्टैंड को पूरी तरह से बंद करा दिया था लेकिन डीआईजी/एसएसपी सोनिया सिंह के शहर से ट्रांसफर होते ही इस अवैध वाहन स्टैंड का दोबारा संचालन हो रहा है। यहां फैली अराजकता के कारण क्षेत्र से निकलने वाले शरीफ आदमियों का बुरा हाल है। महिलाओं के साथ अभद्रता तो यहां रोज की बात है। स्टैन्ड को पुलिस का संरक्षण प्राप्त होने के कारण शिकायत करने के बावजूद यहां के दबंगों पर कभी कोई कार्यवाही नहीं होती। जिससे इनके हौसले बुलन्द हैं। वहीं दूसरी तरफ थाना अरमापुर के प्रभारी निरीक्षक सतेन्द्र कुमार सिंह ने सभी आरोपों से इन्कार करते हुये कहा कि एैसा कोई स्टैन्ड विजय नगर में संचालित नहीं हो रहा है।
आवास विकास 3 निवासी पेशे से ड्राइवर श्यामू मिश्रा ने हमारे संवाददाता को बताया कि थाना अर्मापुर के अंतर्गत आने वाले विजय नगर चौराहे पर काफी दिनों से अवैध वाहन स्टैन्ड संचालित हो रहा है और अर्मापुर पुलिस तमाशबीन बनी हुई सारा नजारा देख रही है। विजय नगर के इस अवैध स्टैन्ड से व्यथित सुनील कुमार, सुभाष चन्द्र मिश्रा, दीपक, अशोक तिवारी, आदर्श कटियार, संजय दुबे, हरिओम मिश्रा और महेश श्रीवास आदि कई टाटा मैजिक ड्राइवरों का आरोप है कि इस अवैध स्टैंड का संचालन शहर के नामी अपराधी मनोज वर्मा के द्वारा पुलिस से सेटिंग-गेटिंग के जरिये किया जा रहा है। वाहन चालकों का आरोप है की स्टैंड संचालक सभी वाहन चालकों से संरक्षण के नाम पर प्रति वाहन 250 रुपये प्रतिदिन की अवैध वसूली करता है।
विरोध करने पर उपरोक्त मनोज वर्मा चालकों से गाली-गलौज और मारपीट करता है और खुद पर सत्ता में बैठे बड़े राजनेताओं और थाने का हाथ बताकर चालकों पर रुआब झाड़ता है। ये ड्राइवरों को मारता है और धमकाता है। उसका कहना है कि विजय नगर चौराहे पर यदि सवारी उतारनी है तो पैसे देने पड़ेंगे, नहीं तो गाड़ियां नहीं लगाने दी जायेंगी। अफसोसनाक बात ये है कि स्थानीय थाना अर्मापुर की पुलिस इस गोरखधंधे को सपोर्ट करने में इस हद तक डूबी है कि इसके लिये पत्रकारों पर झूठे मुकदमे तक लिखने को तैयार है।
विदित हो कि उक्त मनोज वर्मा के ऊपर सिकंदरा से 11, अर्मापुर से 13 और अकबरपुर से 1 मुकदमे दर्ज हैं। बडे शर्म की बात है कि एैसे आदतन अपराधी को पुलिस संरक्षण दे रही है। तरफदारी का आलम ये है कि यदि कोई पीडित अपनी शिकायत ले कर थाने जाता है तो पुलिस उल्टा पीडित का ही 151 में चालान कर देती है। पुलिस एवं दबंग के संयुक्त अत्याचार से त्रस्त ड्राइवरों ने एसएसपी कानपुर नगर से मामले की लिखित शिकायत की तो एसएसपी ने नगर आयुक्त को शिकायत करने को कह कर पल्ला झाड लिया। ड्राइवरों ने आज नगर आयुक्त को प्रार्थना पत्र देकर अवैध स्टैन्ड हटवाने का अनुरोध किया है।
बताते चलें की विगत कुछ दिनों पहले पूर्व डीआईजी/एसएसपी सोनिया सिंह ने अवैध रूप से चल रहे इस वाहन स्टैंड को पूरी तरह से बंद करा दिया था लेकिन डीआईजी/एसएसपी सोनिया सिंह के शहर से ट्रांसफर होते ही इस अवैध वाहन स्टैंड का दोबारा संचालन हो रहा है। यहां फैली अराजकता के कारण क्षेत्र से निकलने वाले शरीफ आदमियों का बुरा हाल है। महिलाओं के साथ अभद्रता तो यहां रोज की बात है। स्टैन्ड को पुलिस का संरक्षण प्राप्त होने के कारण शिकायत करने के बावजूद यहां के दबंगों पर कभी कोई कार्यवाही नहीं होती। जिससे इनके हौसले बुलन्द हैं। वहीं दूसरी तरफ थाना अरमापुर के प्रभारी निरीक्षक सतेन्द्र कुमार सिंह ने सभी आरोपों से इन्कार करते हुये कहा कि एैसा कोई स्टैन्ड विजय नगर में संचालित नहीं हो रहा है।