स्वच्छता अभियान की रेल, कल्यानपुर स्टेशन के पास हुई फेल
कानपुर 12 जनवरी 2018. सरकार की लाख कोशिशों के बाद भी उनके अपने अधिकारी सरकार के सपने यानी स्वच्छ भारत अभियान पर पलीता लगाते नज़र आ रहे हैं। जी हाँ मामला कल्यानपुर रेलवे स्टेशन के पास का है जहाँ नगर निगम के कर्मचारी औऱ अधिकारियों के ढीले रवैये के चलते पीएम नरेंद्र मोदी के स्वच्छता अभियान की पतली हालत साफ़ तौर पर देखी जा सकती है।
एक तरफ तो भारत सरकार द्वारा देश को 2019 तक स्वच्छ भारत निर्माण का संकल्प रोजाना दोहराया जा रहा है। परन्तु शहर के अंदरूनी इलाकों का दौरा किया जाए तो पता चलेगा कि स्वच्छता अभियान नगर निगम के लिए कोई मायने नहीं रखता है। शहर के कल्यानपुर रेलवे स्टेशन के समीप कूड़े कचरे का अंबार लगा हुआ है। जिससे वहाँ से गुजरने वाले रेल यात्रियों के साथ-साथ स्थानीय निवासियों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। स्थानीय निवासियों की माने तो कचरे की बदबू से सभी परेशान हैं, लोग अब कचरे की बू से तंग आ गए हैं, लेकिन शायद अभी तक नगर निगम के कर्मचारियों और अधिकारियों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया है।
सोचने वाली बात है कि एक ओर सरकार स्वच्छता को लेकर लाखों करोड़ों रुपये विज्ञापनों पर ख़र्च कर रही है। नेताओं से लेकर अधिकारी तक सभी आए दिन स्वच्छता अभियान पर आफिसों और सड़कों पर झाड़ू लेकर उतरते दिखाई देते हैं, वहीं कल्यानपुर रेलवे स्टेशन के समीप आबादी वाले क्षेत्र में रेल यात्री और स्थानीय लोग इस कचरे का सामना कर रहे हैं। दिलचस्प बात यह है कि नगर निगम पर भाजपा काबिज है परंतु उसने भी स्वच्छता अभियान को आगे नहीं बढ़ाया।
(विशाल तिवारी एवं अमित राजपूत की रिपोर्ट)