कानपुर के भूमाफिया - अफसरों से करके सेटिंग, तालाब पाट कर करते प्लाटिंग
कानपुर 23 फरवरी 2018 (महेश प्रताप सिंह). यूपी की योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश की सत्ता पर काबिज होते ही भूमाफियाओं द्वारा ज़मीनों पर अवैध कब्जे के खिलाफ बाकायदा एंटी भूमाफिया टास्क फोर्स का हर जिले में गठन किया था। इसका काम भूमाफियाओं को चयनित करके उनके खिलाफ कार्यवाही करना और अवैध कब्जा की गई ज़मीनों को उनके कब्जे से मुक्त कराना था, लेकिन आज की जमीनी हकीकत कुछ और ही है।
जानकारी के अनुसार कानपुर के मसवानपुर इलाके में राजस्व विभाग एवं केडीए के कर्मियों की सांठगांठ के चलते ना जाने कितनी ज़मीनें अवैध रूप से भूमाफियाओं के कब्जे में हैं। यहां तक की तालाबों की जमीन पर भी भूमाफियाओं ने कब्ज़ा जमाना शुरू कर दिया है। ये लोग अचानक से बेशकीमती हो गये इस इलाके की सरकारी और पब्लिक की जमीन को दबाने की ऐन-केन-प्रकारेण कोशिश कर रहे हैं। सूत्रों की माने तो यहां तिवारी, श्रीवास्तव और कुशवाहा के गठजोड़ ने आतंक मचा रखा है। इस तिकड़ी ने पुलिस और पत्रकारों के संरक्षण में इलाके के एक तालाब की जमीन पर कब्जा कर प्लाटिंग करनी शुरू कर दी है। विरोध करने वालों को धन और गन के बल पर चुप करा दिया जाता है।
बताते चलें कि मसवानपुर का इलाका चमचमाती सड़कें बन जाने और चारों तरफ से आवास विकास कालोनी डेवलप हो जाने के कारण अचानक से बेशकीमती हो हो गया है। प्रापर्टी डीलिंग के धंधे में किये जाने वाले सारे गोरखधंधे यहां फुल स्पीड से जारी हैं। जमीन कोई दूसरी दिखा कर बेच दूसरी देना, सरकारी जमीन अपनी बता कर बेचना, तालाब पाट कर अवैध प्लाटिंग करना, एक ही जमीन कई लोगों को बेच देना आदि सभी खेल यहां भूमाफियाओं द्वारा खेले जा रहे हैं। इस धांधली का शिकार हमेशा की तरह आम जनता बन रही है, उसकी खून पसीने की कमाई ये भूमाफिया जोंक की तरह चूस रहे हैं, और जिला प्रशासन आंख मूंद कर बैठा है।
हमारा निरन्तर प्रयास है कि जनता को लूट कर अपनी तिजोरियां भरने वाले इन धन पिशाचों के मंसूबे सफल न होने पायें। इस प्रकरण की विस्तृत जानकारी के लिये इन्तजार करें इस समाचार की अगली कडी का ..........