सत्यपाल का सुसाइड नोट खोलेगा उसकी हत्या का राज #KhulasaTV
शाहजहांपुर 14 मई 2018. कस्बे के मोहल्ला बगिया निवासी सत्यपाल की हत्या का राज उलझ कर रह गया है, उम्मीद है कि उसकी डायरी मैं लिखा गया सुसाइड नोट पूरे मामले का पर्दाफाश कर सकता है। वहीं मृतक के दत्तक पुत्र का आरोप है कि हत्या कहीं और की गई, बाद में लाश को उठाकर सेढा नाले के पास डाल दी गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सत्यपाल मूंगफली खरीद फरोख्त का छोटा व्यापार करता था। उसके ऊपर करीब 70 हजार रूपये का कर्ज भी था जो ब्याज सहित दोगुना हो गया था। बताते हैं कि सत्यपाल की शादी 22 वर्ष पूर्व हरदोई के गांव जसत्यपुर निवासी कल्लू की बहन माधुरी के साथ हुई थी, लंबे अंतराल तक कोई बच्चा ना होने की वजह से मृतक सत्यपाल ने अपने साले कल्लू के पुत्र अंकित को गोद ले लिया था। उसी की शादी भी की थी, वह अपनी पत्नी के साथ सत्यपाल के घर में ही रहता था।
मृतक सत्यपाल की पत्नी माधुरी ने बताया कि बुधवार की सुबह 9:00 बजे उसके पति अंकित के बच्चे को खिला रहे थे इसी दौरान वह कूड़ा डालने चली गई थी तभी उसके पति बच्चे को खाट पर लिटा कर बगैर किसी को बताए घर से चले गए थे। दोपहर को खाना खाने भी नहीं आए, जब शाम तक वह घर वापस नहीं आए तब उनकी खोज के लिए आसपास तलाश की गई रिश्तेदारों को भी फोन किया गया लेकिन उनका कोई पता नहीं लगा। किसी अनहोनी शंका के चलते सत्यपाल के लापता होने की शिकायत अल्लाहगंज पुलिस को कर दी गई।
नगर पंचायत चेयरमैन राजेश वर्मा ने बताया कि उनके पास एक परिचित का फोन आया था जिसमें सत्यपाल की लाश गांव ब्रह्म गोटिया सेड़ा नाला के किनारे पड़ी होने की सूचना दी गई थी। जिस स्थान पर लाश पड़ी थी वह स्थान थाना पचदेवरा(हरदोई) के अंतर्गत होना बताया जाता है। शुक्रवार को जब सत्यपाल की लाश सेढा नाले के किनारे पड़ी होने की बात वायरल हो गई तब मृतक की पत्नी माधुरी तथा दत्तक पुत्र अंकित और उसके भाई गुड्डू तथा चेयरमैन राजेश वर्मा मौके पर पहुंचे लाश को देखकर सभी को अंदाजा हो गया था की उसकी हत्या की गई है। मौके पर खून भी पड़ा था दोनों चप्पलें पास में ही रखी थीं, उसके सिर तथा सीने में घाव थे जिससे साफ पता चलता है की मृतक के सिर में धारदार हथियार से प्रहार किये गये थे। मृतक सत्यपाल के दत्तक पुत्र अंकित का आरोप है कि हत्या कहीं और की गई बाद में लाश को उठाकर सेढा नाले के पास डाल दी गई।
डायरी से हुई मृतक की शिनाख्त -
मृतक सत्यपाल की दुर्गंध देती लाश तथा उसके विकृत चेहरे से उसकी शिनाख्त नहीं हो पा रही थी लेकिन उसके परिचतों तथा परिजनों के द्वारा उसके जेब में रखी डायरी को देख कर उसकी शिनाख्त की गई बाद में सूचना पाकर अल्लाहगंज थाने की पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन स्थान थाना पचदेवरा के अंतर्गत होने की वजह से वहां की पुलिस को भी सूचना दी गई तब पुलिस ने लाश का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए हरदोई भेज दिया था मृतक की गुमशुदगी की रिपोर्ट थाना अल्लाहगंज में होने की वजह से इस पूरे मामले की जांच यहां की पुलिस को करनी पड़ सकती है।
सुसाइड नोट की राइटिंग से उलझा उसकी हत्या का राज -
अंकित बताते हैं कि उन्होंने तथा उनके साथ अन्य लोगों ने भी प्राप्त डायरी को देखा था तब किसी को सुसाइड नोट नजर नहीं आया था बाद में शुक्रवार को गांव जसत्यपुर निवासी उसके दाऊ पप्पू डायरी घर से ले गए थे जिसे किसी ने मंगवाया था बाद में डायरी के अंदर सुसाइड नोट होने की सूचना उसको मिली। डायरी के सुसाइड नोट में त्रटु पूर्ण शब्दों में लिखा गया था की मैं आत्महत्या कर रहा हूं इसमें किसी का दोष नहीं है इस संबंध में अंकित का कहना है कि सुसाइड नोट की राइटिंग डायरी में लिखे राइटिंग से मैच नहीं खा रही है जिससे स्पष्ट है कि सुसाइड नोट को बाद में डायरी में दर्ज किया गया। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट अभी स्थानीय पुलिस को नहीं प्राप्त हुई है इसीलिए पुलिस ने अभी तक तफ्तीश नहीं शुरू की है। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट प्राप्त होते ही पुलिस गुमशुदगी की सूचना हत्या के केस में तरमीम करेगी।