पत्नी व बेटियों ने मिलकर की थी दरोगा मेहरबान अली की हत्या
शाहजहांपुर 26 जून 2018. दो दिन पूर्व वायरलेस ऑपरेटर के पद पर तैनात दरोगा मेहरबान अली का शव जलाल नगर के एमनजई नाले में मिला था, जिसकी हत्या का खुलासा पुलिस ने आज कर दिया। पुलिस के अनुसार दरोगा मेहरबान अली की हत्या उसकी पत्नी ने अपने बहनोई के प्यार में पागल होकर किराए के हत्यारों से कराई थी। पुलिस ने पत्नी और उसकी चार बेटियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
पुलिस अधीक्षक नगर दिनेश त्रिपाठी एवं ग्रामीण सुभाष चंद्र शाक्य ने संयुक्त रुप से बताया कि वायरलेस ऑपरेटर के पद पर तैनात दरोगा मेहरबान अली (59) का शव 24 जून को शहर के जलाल नगर में एक गंदे नाले में पड़ा मिला था। जिसमें हत्या का मुकदमा मृतक के दामाद अनीश ने दर्ज कराया था। उन्होंने बताया कि कि सीसीटीवी फुटेज से घटना का अनावरण हो पाया। जिसमें पता चला कि दरोगा मेहरबान अली की पत्नी जाहिदा मुजफ्फरनगर में रहने वाले उसके बहनोई फारुख से अवैध संबंध थे, जिसका दरोगा विरोध करता था। तथा बेटियों को फैशन वाले कपड़े पहनने पर मना करता था। इसी के चलते उसकी पत्नी ने मुजफ्फरनगर में रहने वाले तहसीन और कासिम से संपर्क कर 1 लाख रुपये में हत्या का सौदा तय कर लिया।
पुलिस के अनुसार 23 जून को मृतक की उसके घर में तहसीन और कासिम ने गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद सिर को दीवाल से कई बार पटका। इस दौरान पत्नी जाहिदा और मृतक की एक विवाहित बेटी सवा सहित तीन अन्य पुत्रियां हत्याकांड को देखते रहे। हत्या के बाद मृतक के शव को 11 घंटे घर में ही रखा गया। और रात में मौका पाकर किराए के हत्यारों ने उसका शव एक नाले में फेंक दिया। शव की रखवाली मृतक की पत्नी और उसकी बेटियां करती रहीं। पुलिस ने आरोपी जाहिदा पत्नी तथा कुमारी जीनत, इरम एवं आलिया तथा विवाहित पुत्री सवा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। जबकि किराए के हत्यारे तहसीन और कासिम फरार हैं। जिनकी तलाश की जा रही है। खुलासा करने वाली टीम में डी.सी. शर्मा प्रभारी निरीक्षक सदर बाजार, उ.नि. रामनरेश यादव, ज्योति त्यागी, का.अनूप मिश्रा, म.का.माधुरी मौजूद रहीं।