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सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में मरीजों को बाहर से खरीदनी पड़ रही हैं दवायें

शाहजहांपुर 04 जुलाई 2018 (अमित वाजपेयी). सरकार के निर्देश के बावजूद सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर धड़ल्ले से बाहर की दवा लिख रहे हैं। ताजा मामला अल्हागंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है, यहां पर आने वाले गरीब मरीजों को बाहर से दवा खरीदने को मजबूर किया जा रहा है।


विश्‍वस्‍त सूत्रों के अनुसार गांव निवासी अनुज अपनी व अपनी मां पूनम देवी की तबीयत खराब होने पर अल्हागंज सामुदायिक केन्द्र ले गये। जहां तैनात फार्मासिस्ट ने तो एक रुपये पर सरकारी पर्ची बना दी, लेकिन  डाक्टर श्रीकान्त बचानी ने  मरीज को सभी दवा एक छोटी पर्ची में बाहर से लेने को लिख दिया। जब उनके साथ गऐ अन्य लोगों ने डाक्टर श्री बचानी से अस्पताल की दवा मांगी तो उन्होंने कहा कि यहां कोई दवा उपलब्ध नहीं है। आपको लेना हो तो बाहर के मेडिकल से ले लो, यहां पर कोई दवाई उपलब्ध नहीं है।

सीएचसी में नहीं मिलती चर्म रोग की दवा, मरीज परेशान -
मौसम में अचानक  बदलाव आने पर नगर में चर्म रोग व खुजली के काफी मरीज हो गए है। चर्मरोग को दिखाने के लिए यहां रोजाना करीब 30 से 40 मरीज आते हैं। जिसमें अधिकतर मरीजों को दाद, खाज , खुजली और अलाई से परेशानी है। लेकिन नगर के सामुदायिक केन्द्र में कोई भी दवा उपलब्ध नहीं है, सभी दवा बाहर के मेडिकल स्‍टोर से लिखी जा रही हैं। अधिकारीगण भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। अल्हागंज सीएचसी पर चर्म रोग की कैलाई लोशन क्रीम, बीटामीथासोन लोशन, बैललोमीथासोन, न्योसाईसिन, क्लोट्रिसाजोल, किटोकोनाजोल, मीकानोजोल क्रीम, कोट्रीमाजोल, क्लीनडामाइसीन जैल, कैल्शियम डी 3 टैबलेट्स और सिरप, ऑयलोक्शीमन सिरप, मैट्रोनिजाडोल सिरप, सेट्राजिन टेबलेट्स आदि कई प्रकार की दवाइयां अस्पताल में उपलब्ध नहीं हैं। ऐसे में मरीजों को बाहर से दवा खरीदने पर मजबूर होना पड़ता है। 


सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में फोर्थ क्लास के कर्मचारियों द्वारा इलाज करने  की शिकायत डीएम से - 
प्रदेश में सरकार कोई भी हो, लेकिन स्वास्थ्य विभाग में सुधार की उम्मीद करना बेमानी ही साबित हो रहा है, नगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में 30 वर्षो से कार्यरत फोर्थ क्लास कर्मचारी द्वारा मरीजों का इलाज करने एंव मरीजों से पैसे वसूलने का आरोप लगाते हुए नगर के पूर्व सभासद अरुण शर्मा ने डीएम से शिकायत की है। जिलाधिकारी को भेजी गई शिकायत में वार्ड दखिनौआ निवासी पूर्व सभासद अरुण शर्मा ने बताया कि सामुदायिक  स्वास्थ्य केन्द्र में फोर्थ क्लास के कर्मचारी डाक्टर  का काम करते हैं और मरीजों से पैसे वसूलते हैं। जब कोई पैसा नहीं देता है तो राजाराम कर्मचारी से अभद्र  भाषा का प्रयोग कराते हुए मरीजों को गालियां दिलवाते हैं। जिसकी शिकायत कई लोगों ने उनसे की थी जब वह स्वयं मौके पर गए तो उनको भी वही गालियों का सामना करना पडा। अरुण शर्मा का कहना है कि सामुदायिक केन्द्र मे तैनात कर्मचारी कस्बे के ही रहने वाले है और 30 वर्षो से यहीं पर कार्यरत हैं। इसलिए वह अब मरीजों से गलत व्यवहार करते हैं और मोटी रक़म वसूलते हैं। दूसरी तरफ़ कर्मचारियों का कहना है कि उन पर लगाए गए आरोप सभी झूठे हैं, जो आरोप उन पर लगाए गए हैं उनकी जाँच हो तो सच और झूठ का पता लग जाऐगा।