किसान बाजार में सराहे गए जैविक और नैचुरल उत्पाद
लखनऊ 15 सितम्बर 2018. गोमतीनगर में बने किसान बाजार में आज और कल जैविक उत्पादों का
बाजार सजा रहेगा। प्रदेश के किसान खुद यहां अपने जैविक उत्पाद बेचेंगे, अगर यह
प्रयोग सफल रहा तो इसे स्थायी तौर पर जैविक उत्पादों के हब के तौर पर
विकसित किया जाएगा। कृषि विपणन एवं कृषि विदेश व्यापार मंत्री स्वाती सिंह
ने आज 'जैविक उत्पाद प्रदर्शनी और बाजार' का अनावरण किया।
स्वाती
सिंह ने आयोजन के मकसद, परंपरागत खेती को बढ़ावा दिए जाने के फायदों के
बारे में जानकारी दी। प्रमुख सचिव कृषि विपणन एवं कृषि विदेश व्यापार अमित
मोहन प्रसाद ने कहा कि जैविक उत्पाद स्वास्थ्य के लिए हितकारी हैं। यही वजह
है कि अब लोग जैविक खेती को तेजी से अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि
प्रदर्शनी में प्रमाणीकरण के आधार पर उत्पादों की तीन श्रेणियां रखी गई
हैं।
आर्गेनिक प्रोडक्टस ले कर यहां बेचने आये बहराइच के S & S Organic Foods के मनीष सरन ने जैविक खेती के बारे में बताया कि खेती की ऐसी प्रक्रिया जिसमें उत्पादन के लिए प्रयोग किये जाने वाले
निवेशों का आधार जीव अंश से उत्पादित हो और पशु मानव एवं भूमि के स्वास्थ्य
को स्थिरता प्रदान करते हुए स्वच्छता के साथ पर्यावरण को भी पोषित करें उसे जैविक खेती कहा जाता है। उन्होंने बताया कि जैविक खेती से भूमि का स्वास्थ्य सुधरता है पशु, मानव एवं लाभदायक सूक्ष्म जीवों का
स्वास्थ्य सुधरता है, पर्यावरण प्रदूषण कम होता है और पशुपालन को बढ़ावा
मिलता है जिससे रोजगार के साथ-साथ आय बढ़ती है।
निदेशक कृषि विपणन रमाकांत पांडेय ने बताया कि प्रदेश के कई जिलों से
लगभग 100 किसान यहां अपने जैविक उत्पाद लेकर आये हैं। दोनों दिन यह प्रदर्शनी
सुबह 11 से रात 10 बजे तक लगेगी। अनावरण कार्यक्रम में कृषि निदेशक सोराज
सिंह, राज्य जैविक प्रमाणीकरण संस्था लखनऊ के निदेशक एस.आर कौशल, जितेंद्र
प्रताप सिंह सहित कई अधिकारी मौजूद थे।