सर्वसम्मति से किया गया चालक /मालिक संयुक्त संघर्ष समिति का गठन
लखनऊ 16 सितम्बर 2018. लखनऊ आॅटो रिक्शा थ्री व्हीलर संघ (लाॅट्र्स) के केकेसी स्थित कार्यालय पर आज राजधानी के सभी 11 चालक संगठनों की एक अहम बैठक हुई। सभी संगठनों के पदाधिकारियों की सर्वसम्मति से " चालक /मालिक संयुक्त संघर्ष समिति" का गठन किया गया, जिसमें भविष्य में सार्वजनिक परिवहन से जुड़े चालकों की समस्याओं के निराकरण का कार्य किया जाएगा।
यहां पर लखनऊ की सभी सक्रिय ऑटो, टेम्पो, ओला व उबर की 11 यूनियन के पदाधिकारियों ने तय किया कि आॅटो, टेम्पो, ओला/ऊबर समेत अन्य सार्वजनिक परिवहन से जुड़े चालकों की समस्याओं और उसके निस्तारण के लिए शासन-प्रशासन स्तर के अधिकारियों से मुलाकात की जाएगी।
यहां पर लखनऊ की सभी सक्रिय ऑटो, टेम्पो, ओला व उबर की 11 यूनियन के पदाधिकारियों ने तय किया कि आॅटो, टेम्पो, ओला/ऊबर समेत अन्य सार्वजनिक परिवहन से जुड़े चालकों की समस्याओं और उसके निस्तारण के लिए शासन-प्रशासन स्तर के अधिकारियों से मुलाकात की जाएगी।
बैठक में मांग की गई कि ओला, ऊबर के चालकों से लिया जा रहा 20 फीसदी कमीशन को 10 फीसदी किया जाए। ओला की लीजिंग गाड़ी पर रोक लगाई जाए। कैब की संख्या राजधानी में निर्धारित की जाए। चालक को सामाजिक सुरक्षा एक्ट 2016 के तहत पंजीकृत किया जाए। चालक का 10 लाख रूपये का बीमा दिया जाए, जिसमें दुर्घटना बीमा भी शामिल हो। अवैध गाड़ियों का संचालन पूरी तरह से शहर में बंद हो। प्राइवेट फाइनेंसर के द्वारा वाहन स्वामियों का शोषण बंद हो, पुलिस की वसूली बंद हो। ओला, ऊबर में कस्टमर की केवाईसी को अनिवार्य किया जाए।
बैठक में पंकज दीक्षित, आरके पांडेय, किषोर पहलवान, पीयूश वर्मा ,सुशील तिवारी, नौषाद अली, किरन सिंह, मारिफ अली खान, कौषल सिंह, आलोक सिंह, प्रदीप सिंह, कौषल किषोर, रमेष कष्यप, जुबेर अहमद, गोविंद विष्वास, चंचल भल्ला, दिनेष सिंह भदौरिया, मुकेष सिंह, लल्लू सोनकर, इरफान खान, पंकज गुप्ता आदि नेता शामिल रहे।