कानाफूसी - SHO की है छत्रछाया, होटल को हुक्काबार बनाया
23 अक्टूबर 2018 (सूरज वर्मा). वैसे तो हमको किसी के फटे में टांग घुसाने की आदत नहीं है लेकिन आप इतना पूछ रहे हैं तो बताये देते हैं। जिले के एक बेहद पॉश इलाके में इन दिनों जगमगाते होटल की आड़ में बिना लाइसेंस अवैध तरीके से हुक्का बार संचालित किया जा रहा है और जिला प्रशासन कान में तेल डाले बैठा है। होटल संचालकों के खिलाफ निकोटिन प्रतिषेध अधिनियम के तहत कार्रवाई करने के बजाये जिम्मेदार अधिकारी यहां की ‘सेवाओं और सुविधाओं’ का नि:शुल्क लाभ उठाते अक्सर देखे जा सकते हैं।
सूत्रों की माने तो इस होटल की ओपनिंग से पहले यहां बिजली विभाग का छापा पड़ा था और होटल में व्यापक बिजली चोरी पकड़ी गयी थी। लाखों रूपये का सुविधा शुल्क चढा कर किसी प्रकार होटल संचालकों ने मामला मैनेज किया था। सूत्र बताते हैं कि होटल में बने बार में शराब बिक्री का लाइसेंस लिया जाता है, मगर यहां पहुंचने वाले युवाओं को हुक्का, गांजा, ड्रग्स सब कुछ मिलता है। स्थानीय स्तर पर पुलिस अधिकारियों से सेटिंग की दम पर यहां शराब के साथ शबाब भी उपलब्ध है। शाम ढलते ही होटल के आसपास नशेबाजों की आवाजाही के चलते काफी अराजकता का माहौल बन जाता है। होटल में पार्किंग की व्यवस्था भी नहीं है और आये दिन होटल के सामने जाम की स्थिति बनी रहती है।
सूत्रों की माने तो थाने से चन्द कदमों की दूरी पर स्थित ये होटल थानाध्यक्ष महोदय की विशेष कृपा दृष्टि होने के कारण निर्बाध रूप से संचालित हो रहा है। दिल्ली में रहने वाले इस होटल के मालिक ने यहां की पूरी व्यवस्था सम्भालने के लिये एक मैनेजर नियुक्त कर रखा है जो थानाध्यक्ष का बेहद खास बताया जाता है। कहने वाले तो ये भी कहते हैं कि सीओ महोदय को ‘सेट’ करवाने में इसी थानाध्यक्ष ने अहम भूमिका निभाई थी। बताते चलें कि थानाध्यक्ष को अकेले अकेले मलाई खाता देख थाने का बाकी स्टाफ काफी खफा है और होटल संचालक को सबक सिखाने के लिये मौका तलाश रहा है। लेकिन इस सबसे हमें क्या लेना देना ? वो तो यूं ही आप पूछ रहे थे तो बता दिया, वर्ना हम तो किसी के फटे में टांग नहीं घुसाते हैं.