पनकी स्थित फैक्ट्री में तैयार हुये बोगी फ्रेम पर बनी है देश की पहली बिना इंजन ट्रेन
कानपुर 01 नवंबर 2018 (महेश प्रताप सिंह/अनुज तिवारी). पनकी स्थित फैक्ट्री में यूरोपीय तकनीकी से बोगी फ्रेम बनाये जा रहे हैं। यह देश की पहली बिना इंजन की ट्रेन होगी। ट्रेन को शताब्दी एक्सप्रेस का विकल्प बताया गया है। मगर कम ही लोगों को जानकारी है कि इस ट्रेन के बोगी फ्रेम कानपुर पनकी में तैयार हुए हैं।
ट्रेन-18, यानी देश की पहली बिना इंजन की ट्रेन, दो दिन पहले चेन्नई में रेलवे बोर्ड चेयरमैन की उपस्थिति में इसका लोकार्पण किया गया। ट्रेन को शताब्दी एक्सप्रेस का विकल्प बताया गया है। ट्रेन-18 की रफ्तार 160 किलोमीटर प्रति घंटे तय की गई है, रफ्तार के लिए सबसे जरूरी है बोगी फ्रेम। अक्टूबर में देश की पहली बिना इंजन की ट्रेन का परीक्षण होना था। इसलिए बोगी फ्रेम जल्द मांगे गये थे। जुलाई से ही बोगी फ्रेम कानपुर से चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) को भेजे जाने लगे थे। कानपुर में पनकी स्थित वेद सासो मैकेनिका फैक्ट्री में बोगी फ्रेम तैयार किए जा रहे हैं। यह फैक्ट्री पूर्व में भी शताब्दी, राजधानी और एलएचबी कोच के बोगी फ्रेम बना चुकी है।
ट्रेन-18, यानी देश की पहली बिना इंजन की ट्रेन, दो दिन पहले चेन्नई में रेलवे बोर्ड चेयरमैन की उपस्थिति में इसका लोकार्पण किया गया। ट्रेन को शताब्दी एक्सप्रेस का विकल्प बताया गया है। ट्रेन-18 की रफ्तार 160 किलोमीटर प्रति घंटे तय की गई है, रफ्तार के लिए सबसे जरूरी है बोगी फ्रेम। अक्टूबर में देश की पहली बिना इंजन की ट्रेन का परीक्षण होना था। इसलिए बोगी फ्रेम जल्द मांगे गये थे। जुलाई से ही बोगी फ्रेम कानपुर से चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) को भेजे जाने लगे थे। कानपुर में पनकी स्थित वेद सासो मैकेनिका फैक्ट्री में बोगी फ्रेम तैयार किए जा रहे हैं। यह फैक्ट्री पूर्व में भी शताब्दी, राजधानी और एलएचबी कोच के बोगी फ्रेम बना चुकी है।