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रेल का खेल (1) - गेट ताकते चौकीदार, अन्‍दर बैठे चोर हजार

कानपुर 20 नवम्‍बर 2018 (सूरज वर्मा). सूबे की योगी सरकार की सख्‍ती के चलते स्‍टेट जीएसटी विभाग का दबाव रेल दलालों पर बढ़ता जा रहा है। रेल लीज व पार्सल से आने-जाने वाले माल पर टैक्स चोरी करना दुश्वार होता जा रहा है, लेकिन इसकी भी काट टैक्‍स चोरों ने इजाद कर ली है। 


जीएसटी के निरीक्षक और सिपाहियों की निगरानी के चलते रेल स्मगलरों के लिए काफी मुश्‍किल भरा समय चल रहा है। सूत्रों के अनुसार इससे बचने के लिये रेलवे से रेडीमेड गारमेंट्स और होजरी के माल में टैक्स चोरी करने वाले सबसे बड़े दलाल धर्मेंद्र जायसवाल, सुतरखाना निवासी बॉबी खान, छोटा और बड़ा चिग्गू, पान मसाला सुपारी और केमिकल के सबसे बड़े स्मगलर पप्पू मीठे उर्फ दिलीप कुमार गुप्ता ने मिल कर सरकार को हर महीने करोड़ों के टैक्स का चूना लगाने का नया रास्‍ता अपना लिया है। बताते चलें कि 18 वर्ष पहले एक नंबर प्लेटफॉर्म के 3 नंबर गेट के सामने अपने पिता के साथ केले का ठेला लगाने वाला "पप्पू मीठा" आज पॉलिटिकल लाइजनर की भूमिका में आ चुका है। एक सत्‍ताधारी नेता का वरदहस्‍त भी इस मण्‍डली को हा‍सिल है जो इस सारी लाइजनिंग का मुख्‍य सूत्रधार बताया जाता है। 


नयी सेटिंग के अनुसार स्‍टेट जीएसटी के ‘चौकीदार’ खाली दरवाजे को ताकते रहते हैं और सारा खेल 9 व 10 नम्‍बर प्‍लेटफार्म की सुरंगों के रास्‍ते से हो जाता है। वैसे आपकी जानकारी के लिये बता दें कि इस खेल के लिये तय रकम हजारों में न हो कर लाखों में है, जिसमें नीचे से ले कर ऊपर तक सबका हिस्‍सा तय है। इस व्‍यवस्‍था से फायदा ये है कि कोई जांच हो तो चौकीदार दरवाजे पर मुस्‍तैद मिले और चोर दरवाजे से सारा खेल बदस्‍तूर जारी भी रहे। 

स्टेशन पर आने जाने वाले इस अवैध माल को चेक करने हेतु कोई भी, कहीं भी किसी स्‍कैनर मशीन का इस्तेमाल नहीं करता। जबकि गत दिनों स्टेशन की सुरक्षा को लेकर डी.आर.एम से लेकर कई बड़े अधिकारी खासे नाराज दिखाई दिये पर पार्सल कर्मचारियों की सेहत पर कोई असर नही पड़ा। उन्हें किसी का डर नहीं है उन्‍हें तो बस अपनी जेबें भरने से मतलब है। कार्यवाही के नाम पर सभी जिम्‍मेदार विभाग खामोश हैं। सुरक्षा व्‍यवस्‍था में ये झोल किसी दिन किसी बड़ी घटना का कारण जरूर बनेगा। 


(Suraj Verma - 08127536298)