नोडल अधिकारी ने की विकास प्राथमिकता कार्यक्रमों की समीक्षा
बहराइच 22 दिसम्बर 2018 (ब्यूरो). शासन द्वारा नामित नोडल अधिकारी/सचिव, स्वास्थ्य एवं शिक्षा उत्तर प्रदेश शासन मुकेश कुमार मेश्राम ने शुक्रवार की देरशाम कलेक्ट्रेट सभागार में जिले के अधिकारियों के साथ बैठक कर विकास प्राथमिकता कार्यक्रमों की समीक्षा की। श्री मेश्राम ने जिले के अधिकारियों का आहवान्ह किया कि अपने सेवाकाल में कुछ ऐसे कार्य अवश्य कर जायें जिससे आपको आत्मसंतुष्टि महसूस हो और लोग भी आपको उन बेहतर कामों की वजह से अपनी यादों में बनाये रखें।
उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रदेश में चयनित आकांक्षात्मक जिलों से अच्छी प्रतिस्पर्धा बनाकर इस बात का प्रयास करें कि सभी आकांक्षात्मक जनपदों का जब भी मूल्यांकन हो बहराइच का नाम अव्वल रहे।
सरकारी अस्पतालों के माध्यम से आमजन को बेहतर चिकित्सीय सुविधाएं उपपलब्ध कराये जाने के मद्देनज़र श्री मेश्राम ने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को निर्देश दिया कि स्टाफ के साथ बैठक कर उन्हें बेहतर कार्य करने के लिए प्रेरित करें। सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध दवाओं एवं सुविधाओं का व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाय। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक स्त्री एवं पुरूष को निर्देश दिया कि चिकित्सालय में जो भी कमियाॅ हैं उन्हें 01 माह के अन्दर सुधार लिया जाय। अन्यथा की स्थिति में विभागीय कार्यवाही की जा सकती है। उन्होंने साफ-सफाई के दृष्टिगत दिवसवार बेड शीट के कलर का निर्धारण करने का भी सुझाव दिया।
नोडल अधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिया कि जिले के सभी सीएचसी/पीएचसी पर तैनात चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती स्थल पर ही रूकने के निर्देश दे।
क्षेत्रीय अधिकारी/कर्मचारी तैनाती स्थल पर रूक रहे हैं कि नहीं इसका आकस्मिक तरीके से सत्यापन भी करते रहें। उन्होंने कहा कि सीएचसी/पीएचसी के बेहतर ढंग से कार्य करने पर जिला चिकित्सालय पर मरीज़ों का दबाव कम होगा। उन्होंने सीएमओ को निर्देश दिया कि जिला अस्पताल सहित जनपद के सभी सीएचसी/पीएचसी पर मरीज़ों को कम से कम 05 दिन की दवा दी जाय ताकि उन्हें अनावश्यक भाग दौड़ न करनी पड़े।
नोडल अधिकारी ने जिले के अधिकारियों को निर्देश दिया कि ग्रामों के भ्रमण के दौरान योजनाओं के धरातल पर क्रियान्वयन का रेण्डमली फीड बैक लोगों से प्राप्त करें। योजनाओं को इस प्रकार से लागू करें कि मुख्य ग्राम के साथ-साथ सभी मजरों का भी समानुपातिक रूप से विकास हों और लोगों को कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिले। श्री मेश्राम ने मुख्य चिकित्साधिकारी को यह भी निर्देश दिया कि चिकित्सा सुविधाओं के विस्तार के साथ-साथ लोगों को विभिन्न बीमारियों से बचाव के लिए जागरूक करने के उद्देश्य से ग्रामीण क्षेत्रों में कैम्प आयोजित करें। श्री मेश्राम ने जिले के किसानों को ज़ीरो बजट की खेती के लिए प्रेरित करने का निर्देश देते हुए सुभाष पालेकर की कार्यशाला आयोजित करायें जाने का भी सुझाव दिया।
श्री मेश्राम ने निर्देश दिया कि सौभाग्य योजनान्तर्गत कराये जा रहे कार्यो की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाय। प्राथमिक शिक्षा में सुधार के दृष्टिगत निर्देश दिया कि खेल-खेल में लर्निंग, शिक्षा देने के नये तरीके विकसित किये जायें। स्कूलों में किचेन गार्डेन विकसित किया जाय तथा एमडीएम के लिए गल्ले की उठान का सत्यापन भी सत्यापन करा लिया जाय। सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के उद्देश्य से उन्होंने सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों से स्वयं यातायात नियमों का पालन करने एवं पालन कराये जाने का निर्देश दिया। उन्होंने सरकारी भूमि से अवैध कब्ज़ों को हटवाये जाने तथा सम्पत्ति रजिस्टर तैयार करने के साथ-साथ लम्बित विवेचनाओं का चरणबद्ध निस्तारण कराये जाने का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव ने नोडल अधिकारी को आश्वस्त किया कि बैठक में प्राप्त हुए निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित कराया जायेगा। जनपद में तैनात सभी अधिकारियों का प्रयास होगा कि जनपद का त्वरित गति से विकास हो ताकि बहराइच अग्रणी जनपद के रूप में पहचाना जाए। मुख्य विकास अधिकारी राहुल पाण्डेय ने सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस अवसर पर जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव, मुख्य विकास अधिकारी राहुल पाण्डेय, अपर जिलाधिकारी राम सुरेश वर्मा, अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण रवीन्द्र सिंह, प्रभागीय वनाधिकारी बहराइच आर.पी. सिंह, कतर्नियाघाट के जी.पी. सिंह, जिला विकास अधिकारी वीरेन्द्र सिंह सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।