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साउथ एशियन ग्रेपलिंग में दम दिखाएंगी कानपुर की मधु शर्मा

कानपुर 24 दिसम्बर 2018 (महेश प्रताप सिंह). साउथ एशिया के भूटान में पांच व छह जनवरी को होने वाली साउथ एशियन ग्रेपलिंग (मल्लयुद्ध) चैंपियनशिप में कानपुर की एकमात्र महिला खिलाड़ी मधु शर्मा का चयन हुआ है। उनकी इस उपलब्धि पर परिजन व खिलाड़ियों में खुशी है। मधु ने अपने कोच सुनील चतुर्वेदी की देखरेख में कड़ा अभ्यास करना शुरू कर दिया है।


अर्मापुर निवासी मधु शर्मा के पिता श्यामसुंदर शर्मा एयरफोर्स में दरबान के पद पर तैनात हैं। मधु ने 2 साल पूर्व कल्याणपुर स्थित डीवीएस स्पोर्ट्स एकेडमी के संचालक दुर्गेश्वर श्रीवास्तव, विनीत सिन्हा के सानिध्य में कोच सुनील चतुर्वेदी, से जूडो व ग्रेपलिंग सीखना शुरू किया था। इन तीनो कोचों के अतिरिक्त डॉ आलोक श्रीवास्तव,  विशेष सहयोग मधु को मिलता रहता है। जिसका परिणाम यह रहा मात्र दो साल की मेहनत में ही मधु ने कई पदक जीतकर शहर का नाम रोशन किया है। दो साल का यह सफर अब अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं तक पहुंच गया है। पिछले दिनों दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित हुई अंतर्राष्ट्रीय ग्रेपलिंग चैंपियनशिप में तीसरा स्थान पाकर कानपुर का गौरव बढ़ाया था।

इस प्रतियोगिता के आधार पर मधु का चयन सीनियर वर्ग में साउथ एशिया ग्रेपलिंग चैंपियनशिप के लिए हुआ है। मधु ने इस उपलब्धि का श्रेय अपने परिवार व कोच को दिया है। भूटान में होने वाली चैंपियनशिप में साउथ एशिया के कई देश के खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। मधु शर्मा का मुकाबला विभिन्न देशों के विश्वस्तरीय खिलाड़ियों से होगा। मधु ने कहा कि वह इस प्रतियोगिता के लिए पूरी तरह से तैयार हैं और देश के लिए मेडल भी लाएंगी। मधु के परिवार में पिता श्याम सुंदर, मां सुशीला देवी, बड़े भाई अमरजीत, छोटे भाई रवि क्रिकेट खिलाड़ी हैं और छोटी बहन साक्षी हैं। परिवार पूरा सपोर्ट मधु का करता है। जिससे विभिन्न उपलब्धियां सम्भव हो सकी।

पुरुष वर्ग में ये है खिलाड़ी -

वेद प्रकाश त्रिपाठी पेशे से बैंक ऑफ बड़ौदा में मैनेजर है। साथ ही कोच सुनील चतुर्वेदी के प्रशिक्षण में राष्ट्रीय स्तर ग्रेपलिंग चैंपियन शिप में कांस्य पदक अर्जित कर तथा अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में बेहतरीन प्रदर्शन कर साउथ एशियन में जगह बनाई।

ये है ग्रेपलिंग -

ग्रेपलिंग को मल्लयुद्ध भी कहते हैं। यह फ्री-स्टाइल कुश्ती होती है।  कुश्ती में पहलवान को चित कर देने मात्र से विजय श्री प्राप्त होती है। लेकिन ग्रेपलिंग में ऐसा करने पर उसे एक प्वाइंट मिलता है और यदि उसे 3 सेकंड तक जमीन से उठने नहीं दिया जाय और पोजीशन बदलकर सामने वाले प्रतिद्वंदी को होल्ड रखा जाय तो को 4 प्वाइंट मिल जाते हैं तथा 0,15 का यह डिफरेंट बन जाय तो विजय श्री प्राप्त होती है। यह खेल कुश्ती से ज्यादा खतरनाक है। इसमे नेक चोंक, हैंडलॉक, लेगलॉक का इस्तेमाल कर सामने वाले को असहनीय दर्द की अनुभूति कराकर समर्पण भी कराया जा सकता है। आत्मरक्षा के लिए यह खेल बेहद लाभकारी है। यह खेल यूनिवर्सिटी में शामिल होने से युवाओं का रुझान इस खेल की ओर तेजी से बढ़ रहा है।

मधु शर्मा की उपलब्‍धि‍यां

जिला स्तरीय जूडो गोल्ड अगस्त 2016

जिला स्तरीय कुराश गोल्ड 2017

स्टेट कुराश अप्रैल 2017, कांस्य सहारनपुर

सम्बो स्टेट सितम्बर, हरदोई गोल्ड

नेशनल सैम्बो, अकटूबर गया गोल्ड

ग्रेपलिंग जिलास्तरीय अप्रैल 2018 गोल्ड

ग्रेपलिंग स्टेट मुरादाबाद, मई 2018 गोल्ड

ग्रेपलिंग नेशनल रोहतक हरियाणा, कांस्य

दीनदयाल स्टेट जूडो टूर्नामेंट नवंबर 2018, सहारनपुर रजत पदक

अंतरराष्ट्रीय ग्रेपलिंग ओपन चैंपियनशिप दिसंबर 2018, दिल्ली तालकटोरा स्टेडियम

यूनिवर्सिटी चन्दगीराम स्टेडियम सैफई 2017, जूडो प्रतियोगिता द्वितीय स्थान

यूनिवर्सिटी चन्दगीराम स्टेडियम सैफई 2018, प्रथम स्थान जूडो

चंडीगढ़ आल इंडिया यूनिवर्सिटी 2018, बेहतरीन प्रदर्शन