दर्शकों को पसंद आई ‘कानपुर के शोले’, शहर के क्राइम पर बनी है पूरी फिल्म
कानपुर 08 जनवरी 2019 (महेश प्रताप सिंह). कानपुर शहर के अपराध पर बनी पहली फिल्म 'कानपुर के शोले' शुक्रवार को नॉवेल्टी सिनेमा में रिलीज हुई। फिल्म के दो शो हाउसफुल रहे। बाकी दो शो में भी जबरदस्त भीड़ रही। अपने शहर के कलाकारों की एक्टिंग देखने का उत्साह दर्शकों के चेहरे पर साफ दिखाई दे रहा था।
प्रोड्यूसर-एक्टर मोहम्मद आलम ने बताया कि कानपुर में हुई बड़ी आपराधिक वारदातों को फिल्म के माध्यम से दिखाया गया है। फिल्म में कुख्यात बदमाशों के अपराध करने के तरीके, डायलॉग उनके संबंधों, कुछ पर्दे के पीछे की कहानियों को एक सूत्र में पिरोकर फिल्म में प्रदर्शित किया गया है। कालाबाजारी, तस्करी, स्मैक आदि की खरीद फरोख्त, हत्या, राजनीति, रंजिश और साजिश को दिखाया गया है। कानपुर के मिजाज से मिलते-जुलते शब्दों को इकट्ठा करके गाने रखे गए जिसे दर्शकों ने काफी पसंद किए हैं।
'कानपुर के शोले' फिल्म 11 जनवरी से उत्तर प्रदेश के अन्य सिनेमाघरों में रिलीज की जाएगी। फिल्म में एसीपी के मुख्य किरदार में खुद मोहम्मद आलम हैं। इंस्पेक्टर की भूमिका में विनीत सिन्हा, डॉन के रोल में रिजवान असलम और अजय त्रिपाठी हैं। आलम ने बताया कि यूनिवर्सल मोशन पिक्चर के बैनर तले उनकी अगली फिल्म जबर की शूटिंग जल्द शुरू होगी।
दर्शकों के रिएक्शन से बढ़ा आत्मविश्वास
फिल्म के एक्टर रिजवान असलम, अजय त्रिपाठी, आकांक्षा शुक्ला, तब्बू खान, डॉ. लालमणी, राघव त्रिपाठी, शान खान, राजेंद्र राज दर्शकों का रिएक्शन देख उत्साह और आत्मविश्वास से भर उठे। उन्होंने कहा कि शहर के लोगों ने हमारे काम की तारीफ की। आगे और बेहतर काम करेंगे।
फिल्म की कहानी
'कानपुर के शोले' फिल्म कानपुर की संकरी गलियों में पनप रही आपराधिक गतिविधियों और शहर के घनी आबादी वाले इलाकों में अपराधियों के लिए आश्रय स्थल बन जाने की कहानी पर बनी है। अपराधियों के गिरोह का भंडाफोड़ करने और शहर को अपराध मुक्त बनाने के लिए एक ईमानदार एसीपी आता है तो फिल्म की कहानी गति पकड़ती है। एसीपी शहरवासियों में आशा की एक किरण बनकर आता है। शहर के सबसे बड़े डॉन के खात्मे के लिए एसीपी के कामों को सराहना मिलती है। फिल्म में जबरदस्त एक्शन सीन के अलावा इमोशन, ड्रामा और रोमांटिक गीत भी हैं। फिल्म का आइटम सॉन्ग चमनगंज की बिरयानी बेहतरीन ढंग से तैयार किया गया है।