भीषण गर्मी ने ले ली चार रेल यात्रियों की जान
आगरा
11 जून 2019. देश के कई हिस्सों में भीषण गर्मी ने आम लोगों का जीना मुहाल कर रखा है। भीषण गर्मी और चढ़ते पारे ने अब तक के सारे रेकॉर्ड तोड़ दिए हैं। खासकर ट्रेनों के जनरल और स्लीपर कोचों में गर्मी से यात्रियों की हालत बेहद खराब होती जा रही है। इस तपती और जला देने वाली गर्मी ने सोमवार को आगरा और झांसी के बीच केरल एक्सप्रेस के स्लीपर कोच में सफर कर रहे चार यात्रियों की जान ले ली। ये यात्री आगरा से कोयंबटूर जा रहे थे।
जानकारी के मुताबिक, 10 दिन पहले 68 यात्रियों का एक दल तमिलनाडु से वाराणसी और आगरा घूमने आया था। वाराणसी घूमने के बाद वे शनिवार को आगरा पहुंचे। यहां घूमने के बाद सोमवार की दोपहर लगभग ढाई बजे सभी यात्री आगरा कैंट से कोयंबटूर जाने के लिए केरल एक्सप्रेस (12626) के एस-8 और एस-9 कोच में सवार हुए। आरोप है कि आगरा से झांसी के बीच सिग्नल न होने की वजह से ट्रेन को कड़ी धूप में रोक दिया गया। इस दौरान कोच में सवार यात्री गर्मी से तड़प उठे। पांच यात्रियों की हालत काफी बिगड़ने लगी। ट्रेन बीच रास्ते में होने के चलते उन्हें इलाज भी नहीं मिल सका और चार यात्रियों ने दम तोड़ दिया। यात्रियों की मौत की सूचना से हड़कंप मच गया। शवों को झांसी रेलवे स्टेशन में उतार लिया गया और उनके परिजनों को सूचना दे दी गई।
रेलवे प्रशासन इस बारे में साफ-साफ कुछ भी कहने से बच रहा है। उत्तर-मध्य रेलवे के पीआरओ मनोज कुमार सिंह ने बताया कि ट्रेन कुछ तकनीकी कारणों से लेट हो जाती है, लेकिन यात्रियों की तबीयत पहले से खराब थी। उन्होंने कहा कि अभी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट नहीं आई है। इसके बाद ही पता चल पाएगा कि इन यात्रियों की मौत की असल वजह क्या थी।
जानकारी के मुताबिक, 10 दिन पहले 68 यात्रियों का एक दल तमिलनाडु से वाराणसी और आगरा घूमने आया था। वाराणसी घूमने के बाद वे शनिवार को आगरा पहुंचे। यहां घूमने के बाद सोमवार की दोपहर लगभग ढाई बजे सभी यात्री आगरा कैंट से कोयंबटूर जाने के लिए केरल एक्सप्रेस (12626) के एस-8 और एस-9 कोच में सवार हुए। आरोप है कि आगरा से झांसी के बीच सिग्नल न होने की वजह से ट्रेन को कड़ी धूप में रोक दिया गया। इस दौरान कोच में सवार यात्री गर्मी से तड़प उठे। पांच यात्रियों की हालत काफी बिगड़ने लगी। ट्रेन बीच रास्ते में होने के चलते उन्हें इलाज भी नहीं मिल सका और चार यात्रियों ने दम तोड़ दिया। यात्रियों की मौत की सूचना से हड़कंप मच गया। शवों को झांसी रेलवे स्टेशन में उतार लिया गया और उनके परिजनों को सूचना दे दी गई।
रेलवे प्रशासन इस बारे में साफ-साफ कुछ भी कहने से बच रहा है। उत्तर-मध्य रेलवे के पीआरओ मनोज कुमार सिंह ने बताया कि ट्रेन कुछ तकनीकी कारणों से लेट हो जाती है, लेकिन यात्रियों की तबीयत पहले से खराब थी। उन्होंने कहा कि अभी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट नहीं आई है। इसके बाद ही पता चल पाएगा कि इन यात्रियों की मौत की असल वजह क्या थी।
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