Whatsapp पर चल रहा है हाईटेक सेक्स रैकेट
कानपुर 20 जुलाई 2019 (सूरज वर्मा). शहर में इन दिनों सोशल मीडिया के सहारे हाईटेक सेक्स रैकेट चल रहा है। कुछ खुराफाती लोग घर बैठे सोशल मीडिया नेटवर्क पर इस धंधे को संचालित कर रहे हैं। कैसे और कहां चल रहा है यह धंधा ? कौन लोग इसमें है शामिल ? पेश है इसकी पड़ताल करती एक रिपोर्ट -
इंटरनेट पर वेबसाइट बनाने के लिए किसी लाइसेंस की जरूरत नहीं पडती है। यहीं कारण है कि अब आपराधिक प्रवृत्ति के लोग इसे गंदे धंधे के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। इंटरनेट पर ऐसी अनगिनत वेबसाइट और फेसबुक एवं ट्विटर अकाउंट बने हैं, जहां सेक्स रैकेट संचालक पोटेन्शियल ग्राहकों से संपर्क कर लड़कियों के फोटो डालते हैं। इसके बाद रेट तय करते हैं और ग्राहक को लड़की उपलब्ध करवा दी जाती है।
स्पा सेंटर की आड़ में जिस्मफरोशी का धंधा -
सेक्स रैकेट चलाने वालों के फेसबुक समेत अन्य सोशल साइट पर अकाउंट बने हुए हैं। यह सबसे पहले फेसबुक पर अपना पेज और अकाउंट बनाते हैं। इसके बाद यह लोग धीरे-धीरे ग्रुप में एंट्री करते हैं। ये यहां धीरे-धीरे फोटो और मैसेज कर लोगों से संपर्क करते हैं।
वॉट्सएप पर भी भेज रहे फोटो -
इंटरनेट के साथ ही अपडेट होते युवाओं से दलाल वॉट्सएप पर संपर्क करते हैं। यहां भी प्रोफाइल पिक में लड़कियों के फोटो बदल बदलकर क्लाइंट को दिखाई जाती हैं। ऐसे में जो लोग इनसे जुड़ने की इच्छा रखते हैं, वे लोग उनसे संपर्क कर लेते हैं। वहीं, कुछ सेक्स रैकेट संचालक पहले युवाओं का नंबर खोजते हैं। इसके बाद वाट्सएप पर एक ग्रुप बनाकर उन्हें शामिल करते हैं। आरोपी इस वॉट्सएप ग्रुप पर लड़कियों के फोटो भेजते हैं। ऐसे में जो लोग इसके इच्छुक होते हैं, वे फोटो के हिसाब से रेट फिक्स करते हैं। इसमें डील फाइनल होने के बाद बतौर एडवांस राशि लेकर निश्चित जगह पर उन को बुलाया जा जाता है।
मसाज पार्लर के नाम से रजिस्टर हैं सेक्स रैकेट -
कानपुर में 100 से भी अधिक सेक्स पार्लर ऐसे हैं, जो इंटरनेट पर मसाज पार्लर के नाम से रजिस्टर हैं। एक ही सर्च में यहां मसाज पार्लर की लिस्ट निकलकर आ जाती है। इनसे कॉन्टेक्ट करने पर आधे से ज्यादा में सेक्स रैकेट चलते होने का पता लगता है। यह गंदा धंधा इंटरनेट तक ही सीमित नहीं है। उनके नंबर आपको जस्ट डायल से भी मिल सकते हैं। यहां से मिलने वाले मसाज पार्लर के नंबरों पर कॉल करने पर सेक्स रैकेट का पता चलता है, जो खुलेआम धंधा कर रहे हैं।
इन जगहों पर ज्यादा है सक्रियता -
वेबसाइटस के जरिए कानपुर के साथ ही कई जिलों में ऑन डिमांड सेक्स वर्कर उपलब्ध कराना किसी एक व्यक्ति के बस की बात नहीं है. इसके पीछे किसी संगठित गिरोह की अहम भूमिका होना साफ नजर आ रहा है. जब ऐसे गिरोह की बारीकी से जानकारी की गई तो पता चला कि इस तरह के गिरोह वैसे तो पूरे शहर में सक्रिय रहते हैं, लेकिन उनका सबसे ज्यादा फोकस एरिया वह होता है, जहां पर हास्टल्स और होटल्स होते हैं. कानपुर शहर की बात करें तो यहां पर काकादेव, शारदा नगर जैसे क्षेत्रों में सबसे ज्यादा हास्टल्स हैं. जबकि होटलों की बात करें तो सबसे ज्यादा होटल्स घंटाघर, रेल बाजार, कल्याणपुर, नवाबगंज और ग्वालटोली में बने हैं।
पुलिस कर रही है इस पर काम -
आईजी रेंज मोहित अग्रवाल के मुताबिक़ वेबसाइट पर हाईप्रोफाइल सेक्स रैकैट का खुलासा करने के लिए क्राइम ब्रांच की स्पेशल टीम का गठन करने के साथ ही साइबर सेल को कार्रवाई का आदेश दिया है. इस धंधे से जुड़े होटल संचालकों और फ्लैट मालिकों को भी गोपनीय जांच कर चिह्नित किया जा रहा है. इसके साथ ही एसएसपी कानपुर अनंत देव तिवारी ने इस मामले में मातहतों को सख्ती से कार्रवाई का आदेश दिया है. एसएसपी ने एसपी की देखरेख में एक टीम का गठन किया है, जो सेक्स रैकेट का खुलासा करेगी. इसके साथ ही कानपुर के सभी सर्किल ऑफिसर को अपने क्षेत्रों में सक्रिय सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ करने का आदेश दिया है. अधिकारियों की टीमें लगातार गोपनीय जांच कर रही हैं.
आईजी रेंज मोहित अग्रवाल के मुताबिक़ वेबसाइट पर हाईप्रोफाइल सेक्स रैकैट का खुलासा करने के लिए क्राइम ब्रांच की स्पेशल टीम का गठन करने के साथ ही साइबर सेल को कार्रवाई का आदेश दिया है. इस धंधे से जुड़े होटल संचालकों और फ्लैट मालिकों को भी गोपनीय जांच कर चिह्नित किया जा रहा है. इसके साथ ही एसएसपी कानपुर अनंत देव तिवारी ने इस मामले में मातहतों को सख्ती से कार्रवाई का आदेश दिया है. एसएसपी ने एसपी की देखरेख में एक टीम का गठन किया है, जो सेक्स रैकेट का खुलासा करेगी. इसके साथ ही कानपुर के सभी सर्किल ऑफिसर को अपने क्षेत्रों में सक्रिय सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ करने का आदेश दिया है. अधिकारियों की टीमें लगातार गोपनीय जांच कर रही हैं.
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