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कौन पूछेगा हिसाब ? सील ठेके से कैसे निकली शराब ?

कानपुर (सूरज वर्मा). कोरोना लॉकडाउन के दौरान भी शराब माफिया लोगों तक बेधड़क शराब पहुंचा रहे हैं। ताजा मामला काकादेव थानाक्षेत्र का है। यहां पुरानी बस्ती में शुक्रवार रात काकादेव पुलिस ने एक घर पर छापा मारकर शराब की 387 बोतलें बरामद की हैं. काकादेव इंस्पेक्टर कौशल किशोर दीक्षित ने बताया कि आरोपी वीरू गोस्‍वामी को गिरफ्तार कर लिया गया है, QR-Code की जांच में पता चला है कि शराब मनोज कुमार पांडे के गोदाम की है.


  • कानपुर में पुलिस की नाक के नीचे खुलेआम चल रहा अवैध शराब का धंधा 

कानपुर में सभी शराब ठेके बंद चल रहे हैं, पूरे बाजार में सन्नाटा पसरा रहता है। लेकिन शराब माफिया के व्यवसाय पर कोई प्रतिबंध नहीं लगा पा रहा है। लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों पर पुलिस निगरानी रखते हुए कड़ी कार्रवाई कर रही है, पर शराब तस्करों द्वारा क्षेत्र में खुले आम शराब बेची जा रही है। बताया जा रहा है कि लॉकडाउन का फायदा उठाकर शराब का कारोबार धड़ल्ले से फल-फूल रहा है। बताते चलें कि जगह-जगह पुलिस की चेकिंग हो रही है, लोगों का आना-जाना बंद है। पर पुलिस की सख्ती के बावजूद शराब तस्कर शराब को इधर से उधर कैसे पहुंचा रहे हैं इस बात से लोग बेहद हैरान हैं ।


काकादेव पुलिस ने आज 387 बोतल शराब पांडू नगर चौकी क्षेत्र से बरामद की. शराब के साथ पकड़े गए युवक वीरू गोस्वामी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया परन्‍तु मूल शराब विक्रेता पर पुलिस ने हाथ डालने की ज़हमत नहीं उठाई। पकड़े गये युवक ने हमारे संवाददाता कोे बताया कि वह मनोज पांडे के गोडाउन से 10,000 रुपए पर पेटी के हिसाब से शराब खरीद कर लाया था। पकड़े गये युवक को छुड़ाने के लिए लगातार पैरवी की जाती रही। पैरवी करने वालों में पत्रकार, नेता और कुछ पुलिस के लोग भी शामिल रहे।


जानकारी के अनुसार उक्‍त मनोज पाण्‍डे के गोदाम से कुछ मीटर की दूरी पर पुलिस चौकी है और थाना भी पास में ही बना हुआ है लेकिन गोदाम से दारू कैसे निकल रही है ये एक रहस्‍य बना हुआ है। सूत्रों की माने तो अधिकारियों के आदेश पर कई ठेकों से दारू निकलने की सूचना मिलने के बाद उन ठेकों को सील कर दिया गया था पर कुछ ठेकों से शराब की बिक्री अभी भी जारी है। ठेका सील होने के बाद भी वहां से शराब कैसे निकल रही है इसकी जांच कराया जाना आवश्‍यक है।





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