शोभन सरकार ब्रह्मलीन, शिवली आश्रम में उमड़ी भक्तों की भीड़
कानपुर. हिंदुस्तान के जाने-माने संत शोभन सरकार की लंबी बीमारी के चलते असमय मृत्यु हो गई, खबर फैलते ही कानपुर देहात के शिवली स्थित शोभन मंदिर में भक्त बड़ी संख्या में पहुंचने लगे. भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है. शोभन मंदिर और आश्रम में बड़ी संख्या में पुलिस को तैनात कर दिया गया है.
हर कोई शोभन सरकार के अंतिम दर्शन करना चाहता है, जिसके लिए पुलिस पहले से ही सतर्क है. बता दें कि श्री शोभन सरकार का असली नाम परमहंस विरक्तानंद है. शोभन सरकार के बारे में सटीक जानकारी से ज्यादा किवदंतियां प्रचलित हैं। इसकी वजह यह है कि शोभन सरकार सार्वजनिक कार्यक्रमों में बहुत कम ही जाते हैं, भक्तों को भी दूर से ही दर्शन देते हैं। इसके बावजूद उनकी लोकप्रियता काफी है, इस बात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि कानपुर की ज्यादातर गाड़ियों के शीशे पर ‘शोभन सरकार’ लिखा देखा जा सकता है।
साल 2013 में शोभन सरकार ने फतेहपुर के रीवा नरेश राम बख्श के किले में 1000 टन सोने का खजाना दबे होने का दावा किया था। शोभन सरकार ने ये दावा एक सपने के आधार पर किया था। उनके इस दावे के बाद सरकार ने सोना निकलवाने के लिए उस जगह पर खुदाई भी करवाई। इस मामले पर उस समय खूब राजनीति हुई थी। खास बात यह रही कि वहां कोई खजाना नहीं मिला। खुदाई के दौरान ही केंद्र और प्रदेश सरकार के बीच खजाने की बांट को लेकर खूब बयानबाजी भी हुई थी लेकिन जब खजाना नहीं निकला तो दोनों को ही इस मामले पर शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा था।
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