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कुख्‍यात अपराधी विकास दुबे से मुठभेड़ में सीओ समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद

कानपुर (सूरज कश्‍यप). चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव में बीती देर रात ताबड़तोड़ फायरिंग में सीओ समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए। एडीजी जय नारायण सिंह ने घटना की पुष्टि की है। सूचना के अनुसार कई पुलिसकर्मी घायल भी हैं। मरने वालों में सी.ओ बिल्हौर देवेंद्र मिश्रा और एस.ओ शिवराजपुर महेश यादव भी शामिल हैं। कई सिपाहियों को बेहद गंभीर हालत में रीजेंसी अस्‍पताल में भर्ती कराया गया है.



प्राप्‍त जानकारी के अनुसार गुरुवार रात करीब साढ़े 12 बजे बिठूर और चौबेपुर पुलिस ने मिलकर विकास दुबे के गांव बिकरू में उसके घर पर दबिश दी। बिठूर एसओ कौशलेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि विकास और उसके 8 से 10 साथियों ने पुलिस पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। घर के अंदर और छतों से गोलियां चलाई गईं। विकास और उसके साथियों की फायरिंग में एसओ बिठूर, एक दरोगा समेत कई पुलिसकर्मियों को भी गोली लगी। दो सिपाहियों के पेट में गोली लगी जिन्हें गंभीर हालत में रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस के आलाधिकारी और कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई है। कई सिपाहियों को बेहद गंभीर हालत में रीजेंसी अस्‍पताल में भर्ती कराया गया है और कई पुलिसकर्मी लापता हैं।


बताते चलें कि हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे वर्ष 2001 में दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री संतोष शुक्ला हत्याकांड का मुख्य आरोपी है। वर्ष 2000 में कानपुर के शिवली थानाक्षेत्र स्थित ताराचंद इंटर कॉलेज के सहायक प्रबंधक सिद्धेश्वर पांडेय की हत्या में भी विकास का नाम आया था। कानपुर के शिवली थाना क्षेत्र में ही वर्ष 2000 में रामबाबू यादव की हत्या के मामले में विकास पर जेल के भीतर रहकर साजिश रचने का आरोप है। वर्ष 2004 में केबिल व्यवसायी दिनेश दुबे की हत्या के मामले में भी विकास आरोपी है। विकास दुबे ने 2003 में कानपुर देहात के शिवली थाने के अंदर घुस कर इंस्पेक्टर रूम में बैठे तत्कालीन श्रम संविदा बोर्ड के चैयरमेन, राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त भाजपा नेता संतोष शुक्ल को गोलियों से भून दिया था। कोई गवाह न मिलने के कारण वो केस से बरी हो गया था। एसटीएफ ने कानपुर में दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री संतोष शुक्ला की थाने के अंदर सनसनीखेज हत्या करने के आरोपी विकास दुबे को 2017 में लखनऊ से गिरफ्तार किया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना को गंभीरता से लेते हुए आलाधिकारियों से मामले की रिपोर्ट मांगी है ।




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