तबादले के बावजूद सिपाहियों की रवानगी नहीं की गई तो थाना प्रभारी पर होगी कार्रवाई
कानपुर. जिले के कुछ थानों में कई सिपाही अंगद के पैर की तरह कई वर्षों से जमे हुए हैं। पुलिस नियमावली के तहत किसी भी थाने में कोई भी सिपाही या अधिकारी तीन वर्षों से अधिक नहीं रह सकता, लेकिन जिले के कुछ थानों में कई सिपाही वर्षों से जमे हुए हैं। एसपी पश्चिम ने एक पत्र जारी करके स्पष्ट कहा है कि यदि थानों में स्थानान्तरण होने के बावजूद सिपाहियों को रवानगी नहीं की गई तो संबंधित थाना प्रभारी पर कार्रवाई की जाएगी।
सूत्रों की माने तो हाल ही में जारी हुई तबादला सूची में जिन सिपाहियों का तबादला हुआ है उनमें से कुछ अभी रवानगी ही नहीं किये हैं या जुगाड़ बैठाकर आसपास के थानों में पोस्टिंग ले चुके हैं।
बताते चलें कि पुलिस मुख्यालय के स्पष्ट आदेश हैं कि कोई भी पुलिसकर्मी किसी एक थाने में तीन वर्षों से अधिक नहीं रह सकता.परंतु काकादेव समेत कुछ थानों में कई सिपाही अंगद के पैर की तरह जमे हैं। बीते वर्षों में कई आईपीएस बदले,दरोगा भी बदले लेकिन उक्त सिपाही तबादला सूची से बचते चले आ रहे हैं।
सूत्रों से पता चला है कि कुछ ऐसे सिपाही है जिनका तबादला अन्यत्र थाने में हो चुका है,परंतु अटैचमेंट और जुगाड़ के चलते वे जमे हुए हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बीती 14 सितम्बर को एसपी पश्चिम कानपुर नगर ने एक पत्र जारी करके स्पष्ट कहा था कि यदि थानों में स्थानान्तरण होने के बावजूद सिपाहियों को रवानगी नहीं दी गई है तो संबंधित थाना प्रभारी पर कार्रवाई की जाएगी। बावजूद इसके कुछ सिपाही अभी भी अंगद के पैर की तरह थानों में जमे हुए हैं।
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