टैम्पो करते डग्गामारी, जनता बेबस है बेचारी ??
कानपुर 16 दिसम्बर 2020 (योगेश गौतम). प्रदेश के मुख्यमंत्री भले ही योगी आदित्यनाथ हों लेकिन कानपुर में राज सिर्फ दंबगों का चलता है, कानपुर पुलिस भी इनके आगे बेबस नजर आती है। ताजा मामला टाटमिल चौराहे से कल्यानपुर के लिए चलने वाले डग्गामार वाहनों का है। यहां पर स्टैंड की आड़ में अवैध वसूली का धंधा बदस्तूर जारी है।
बताते चलें कि टाटमिल चौराहे से कल्यानपुर तक टैम्पो, आटो एवं मैजिक आदि वाहनों का आना-जाना रहता है, जिससे दबंगों को प्रतिदिन मोटी कमाई होती है। आरोप है कि ज्यादा कमाई के लालच में वाहन चालकों द्वारा सवारी को लेकर अक्सर आपस में खींचतान की जाती है जिसका खामियाजा आम नागरिकों को भुगतना पड़ता है। बीते दिनों सवारियों से अभद्रता करने पर टैम्पो में बैठे एक पत्रकार ने चालक का विरोध किया तो चालक ने उसे अभद्र व्यवहार किया, गालियां दी एवं जान से मारने की धमकी भी दी।
मोटी कमाई की लालच में यहां वर्चस्व को लेकर दबंगों के बीच कई बार घमासान हो चुकी है। अवैध कमाई के इस तालाब में कई पत्रकार, नेता व पुलिसवाले भी डुबकी लगाते हैं।
इलाकाई लोगों की माने तो इस अवैध स्टैंड का तथाकथित रूप से संचालन एक नामी दबंग द्वारा किया जा रहा है। वहीं इस स्टैंड के कई वाहन चालकों का आरोप है की स्टैंड संचालक सभी वाहन चालकों से संरक्षण के नाम पर प्रति वाहन, प्रति दिन 30 रुपये अवैध वसूली करता है। यहां से सवारी भरने वाले टेम्पो और टैक्सी चालक इस का विरोध करते हैं तो वह उनको धमकाता है, मारपीट करता है और स्टैंड में उनको गाड़ी खड़ी नहीं करने देता है। दबंग संचालक सत्ता में बैठे कई बड़े राजनेताओं और पुलिस अधिकारियों का हाथ अपने ऊपर बताकर चालकों पर रुआब झाड़ता है। उसका कहना है कि यहां स्टैन्ड पर टेम्पो लगानी है तो पैसे देने पड़ेंगे, नहीं तो गाड़ियां नहीं लगाने दी जायेंगी।
आरोप है कि स्टैन्ड एवं उसके संचालकों को पुलिस के कुछ कर्मचारियों का कथित संरक्षण प्राप्त होने के कारण शिकायत करने के बावजूद इन दबंगों पर कभी कोई कार्यवाही नहीं होती, जिससे इनके हौंसले बुलन्द हैं। पुलिस मामला नगर निगम पर टाल देती है और नगर निगम पुलिस पर। इस खींचतान के बीच स्टैण्ड पर अवैध वसूली और चालकों की अराजकता बदस्तूर जारी है।
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